सार
महाराष्ट्र में सतारा की रहने वाली पर्वातारोही प्रियंका मोहिते (Priyanka Mohite) ने 8,586 मीटर ऊंची कंचनगंगा पर्वत चोटी (Mount Kanchenjunga) फतह कर ली। ऐसा करने वाली वो पहली भारतीय महिला भी बनीं।
स्पोर्ट्स डेस्क: 'खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले, खुदा बंदे से खुद पूछे बता तेरी रजा क्या है?' यह शेर महाराष्ट्र में सतारा की रहने वाली पर्वातारोही प्रियंका मोहिते (Priyanka Mohite) पर बिलकुल सटीक बैठता है, जिन्होंने गुरुवार को 28 हजार 169 फीट पर अपनी जीत का परचम लहराया। दरअसल, प्रियंका मोहिते 8,586 मीटर ऊंची कंचनगंगा पर्वत चोटी (Mount Kanchenjunga) पर तिरंगा फहराने में कामयाब रही है और ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं। आइए आज आपको मिलवाते है प्रियंका मोहिते से...
इतिहास के पन्नों में दर्ज हुआ प्रियंका का नाम
30 वर्षीय प्रियंका मोहिते ने गुरुवार शाम 4.52 बजे दुनिया के तीसरे सबसे ऊंचे पर्वत कंचनजंगा (8,586 मीटर) पर अपना अभियान सफलतापूर्वक पूरा किया। बता दें कि कंचनगंगा भारत के सिक्किम राज्य में स्थित है और ये माउंट एवरेस्ट और के-2 के बाद सबसे ऊंची चोटी है। इसकी ऊंचाई 8,586 मीटर (28 हजार 169 फीट) है। प्रियंका ने यहां पहुंचने के बाद तिरंगा लहराया और जश्न मनाया।
कौन है प्रियंका मोहिते
प्रियंका मोहिते एक पर्वातारोही होने के साथ ही सिनजेन इंटरनेशनल लिमिटेड बायोकॉन के रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन के साथ काम करती हैं, जो मेडिकल फील्ड में दवा बनाने और बचने का काम करती है। वह कहती है कि
इससे पहले माउंट अन्नपूर्णा पर लहराया तिरंगा
पिछले साल 16 अप्रैल, 2021 को प्रियंका ने दुनिया की दसवीं सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट अन्नपूर्णा पर पहुंचकर तिरंगा लहराया था। ऐसा करने वाली वो पहली भारतीय महिला बनी थीं। ये पहाड़ी 8091 मीटर ऊंची है। इससे पहले प्रियंका ने साल 2013 में माउंट एवरेस्ट की 8,849 मीटर ऊंची यात्रा की थी। वो 2018 में माउंट ल्होत्से, माउंट मकालू और साल 2016 में माउंट किलिमंजारो पर भी चढ़ाई कर चुकी हैं। उन्हें 2020 में तेनजिंग नोर्गे एडवेंचर अवार्ड भी मिला था।
इसे भी पढ़ें- कौन है गोली की रफ्तार से तेज गेंद फेंकने वाले उमरान मलिक? कभी पिता लगाते थे सब्जी का ठेला