सार
कांग्रेस महासचिव और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन (Ajay Maken) ने एक ट्वीट किया। इसमें उन्होंने बताया कि केंद्रीय शहरी विकास मंत्री रहते उन्होंने जो मास्टर प्लान बनाया था, उसमें जिन व्यावसायिक गतिविधियों की इजाजत दी गई थी, उनमें शराब ठेके खोलने की इजाजत नहीं थी।
नई दिल्ली। राजधानी (Delhi) में शराब के नए ठेकों को लेकर विरोध तेज हो रहा है। इलाके के लोग कॉलोनियों में शराब ठेके खोले जाने से काफी नाराज हैं। 17 नवंबर से दिल्ली में नई आबकारी नीति लागू होने के बाद 864 नई शराब दुकानें खुल चुकी हैं। लेकिन दिल्ली की और कॉलोनियों के लोग सरकार (Kejriwal Government) के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। अब इस विरोध में कांग्रेस महासचिव (Congress General secretery) और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन (Ajay Maken) भी उतर आए हैं।
माकन ने 15 December रात 8:48 बजे एक ट्वीट किया। इसमें उन्होंने बताया है कि केंद्रीय शहरी विकास मंत्री रहते उन्होंने जो मास्टर प्लान बनाया था, उसमें जिन व्यावसायिक गतिविधियों की इजाजत दी गई थी, उनमें शराब ठेके खोलने की इजाजत नहीं थी। उन्होंने इससे संबंधित आदेश की कॉपी भी पोस्ट की है। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा - अब प्रश्न यह उठता है कि छोटी-छोटी बातों पर-छोटे दुकानों को सील करने वाली भाजपा शासित DDA एवं MCD को मास्टर प्लान का यह घनघोर उल्लंघन क्यों नजर नहीं आता?
लोगों के केजरीवाल सरकार पर निकाली भड़ास
माकन के पोस्ट पर कई लोगों ने अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार के खिलाफ भड़ास निकाली है। एक ट्विटर यूजर ने कहा कि केजरीवाल पंजाब को नशा मुक्त करने की बात करते हैं, लेकिन दिल्ली को नशे में करने का ठेका इन्हीं के पास है।
सिद्धार्थ नाम के एक यूजर ने लिखा - नए खुले ठेकों के बाहर दुकानों पर बड़े-बड़े बोर्ड लगाए जा रहे हैं। दिल्ली को ठेकों की राजधानी बनाने में लगे हुए हैं केजरीवाल और पंजाब में नशा मुक्त करने की बात करते हैं। अनिरुद्ध शर्मा नाम के एक यूजर ने लिखा - दिल्ली को बर्बाद करने का ठेका केजरीवाल ने ले रखा है। दिल्ली के ठग ने खोला हर गली ठेका। समीर नाम के एक यूजर ने सवाल उठाया है कि केजरीवाल ने अब तक कानूनी किया ही क्या है? ये लोग झूठे हैं। ऋषिराज नाम के एक यूजर ने लिखा - तानाशाह भाजपा सरकार व केजरीवाल विज्ञापन सरकार ने लगातार सरकारी नियमों को ताक पर रखा है। दोनों सरकारें मनमानी कर रही हैं। जनता इनसे बुरी तरह से ऊब चुकी है। केजरीवाल जी ने युवा नई पीढ़ी को नशे की तरफ धकेला है। बेहद शर्मनाक प्रकरण है। समाज एवं जनता को लूटने का काम चल रहा है।
लोग दे चुके हैं वोट न देने की चेतावनी
केजरीवाल सरकार की शराब ठेका पॉलिसी पर नाराज लोग जमकर विरोध कर रहे हैं। तमाम लोगों ने कहा कि जिस तरीके से शराब ठेके उनके इलाकों में खोले जा रहे हैं, आने वाले वक्त में वह इस पार्टी को वोट नहीं देंगे। 17 नवंबर से दिल्ली में नई आबकारी नीति लागू हो चुकी है। नई नीति के तहत नए सिरे से 849 नई शराब की दुकानें खुल रही हैं। इसे लेकर लगातार प्रदर्शन चल रहे हैं।
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