सार
बताते चले कि इससे पहले उत्तराखंड में 7 फरवरी 2021 की सुबह साढ़े 10 बजे चमोली जिले के तपोवन में ग्लेशियर टूटकर ऋषिगंगा नदी में गिरा था। हादसे के बाद 50 से ज्यादा लोगों की लाश मिली थी, जबकि 150 से ऊपर लोग ऐसे थे, जिनका हादसे के बाद कोई पता नहीं चल पाया।
देहरादून ( Uttarakhand) । चमोली जिले के जोशीमठ में ग्लेशियर टूटने के बाद सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेना ने अब तक 8 शव बरामद किए हैं और 384 लोगों को सुरक्षित बचाया जा चुका है। बर्फ के नीचे फंसे शेष व्यक्तियों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान भी जारी है। बताया गया कि बर्फबारी के बीच भी सेना ने रेस्क्यू जारी रखा। रात्रि को रेस्क्यू आपरेशन को रोकने के बाद आज सुबह फिर रेस्क्यू शुरू किया गया।
मौसम विभाग ने जारी किया ये अलर्ट
खबर है कि मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है, जिसके मुताबिक अगले 28 घंटे में चमोली में तेज बारिश के साथ आंधी आ सकती है। यहां न्यूनतम तापमान 6 डिग्री और अधिकतम 14 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। हालांकि मौसम विभाग ने 26 अप्रैल से आसमान साफ रहने का अनुमान लगाया है।
23 अप्रैल की दोपहर हुआ था हिमस्खलन
बता दें कि 23 अप्रैल की दोपहर में सुमना टू के बीआरओ शिविर में हिमस्खलन हुआ। जिससे शिविर तबाह हो गया था। शिविर में सड़क निर्माण में जुटे मजदूर, मशीन चालक, अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे। जिनकी संख्या अभी साफ नहीं है। परंतु सेना का कहना है कि अभी कई लोग लापता होने की सूचना पर रेस्क्यू जारी है।
फरवरी में आ चुका है जल प्रलय
बताते चले कि इससे पहले उत्तराखंड में 7 फरवरी 2021 की सुबह साढ़े 10 बजे चमोली जिले के तपोवन में ग्लेशियर टूटकर ऋषिगंगा नदी में गिरा था। हादसे के बाद 50 से ज्यादा लोगों की लाश मिली थी, जबकि 150 से ऊपर लोग ऐसे थे, जिनका हादसे के बाद कोई पता नहीं चल पाया।