सार
लॉकडाउन लागू हुए दो से ज्यादा का वक्त हो गया, लेकिन अभी भी मजदूरों का दर्द कम नहीं हुआ है। वह किसी भी कीमत पर अपने गांव पहुंचना चाहते हैं। इस दौरान देश के हिस्सों से मार्मिक कहानियां सामने आ रही हैं। गुजरात से ऐसी ही एक भावुक तस्वीर देखने को मिली है, जिसे देखकर आपकी भी आंखे नम हो जाएंगी।
सूरत (गुजरात). लॉकडाउन लागू हुए दो से ज्यादा का वक्त हो गया, लेकिन अभी भी मजदूरों का दर्द कम नहीं हुआ है। वह किसी भी कीमत पर अपने गांव पहुंचना चाहते हैं। इस दौरान देश के हिस्सों से मार्मिक कहानियां सामने आ रही हैं। गुजरात से ऐसी ही एक भावुक तस्वीर देखने को मिली है, जिसे देखकर आपकी भी आंखे नम हो जाएंगी।
बूढ़ी मां को गोद में लिए घर जाने के लिए निकला बेटा
इस मुश्किल वक्त में कोई अपनों का साथ नहीं छोड़ रहा है। चाहे वह कितना ही लाचार क्यों ना हो। ऐसी एक कहानी सुरत शहर में देखने को मिली, जहां एक बेटा अपनी मां के लिए श्रवण कुमार बन गया। आप तस्वीर में साफ तौर पर देख सकते हैं किस तरह वह अपनी बूढ़ी मां को गोद में उठाकर लिए जा रहा है।
लाचार मां के लिए बेटा बना श्रवण कुमार
बता दें यह बेटा घर जाने के लिए सूरत स्टेशन जा रहा है, ताकि वहां से वो ट्रेन पकड़ सके। जब मां पैदल चल नहीं पाई और उसको ले जाने के लिए कोई ऑटो-रिक्शा नहीं मिला ता बेबस बेटा मां को गोद में ही लेकर चल पड़ा।