सार
यह हैं उड़ीसा के पूर्व पुलिस अफसर(SP) उज्जवल कुमार ब्रह्मा। ये पिछले दिनों बालेश्वर में एक थाने के बाहर जूता पॉलिश करते दिखाई दिया। यह उनकी कोई आर्थिक मजबूरी नहीं है। दरअसल, वे पुलिस के 'गैरकानूनी' कामों को लेकर गुस्से में हैं। जानिए पूरा मामला...
बालेश्वर. ये बुजुर्ग कभी खुद पुलिस डिपार्टमेंट में एक ऊंचे ओहदे(SP) पर रहे हैं। अब वे पुलिस के गैरजिम्मेदाराना बर्ताव और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। ये हैं उज्जवल कुमार ब्रह्मा। ब्रह्मा कुछ दिन पहले यहां के सहदेवखुंटा थाने के बाहर जूता पॉलिश करते दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि जब तक पुलिस डिपार्टमेंट से भ्रष्टाचार दूर नहीं होता, वे लड़ाई लड़ते रहेंगे। पूर्व एसी ने बालेश्वर एसपी के दफ्तर के बाहर भी जूता पॉलिश किए। ब्रह्मा ने बताया कि गांधी जयंती पर ही उन्होंने तय कर लिया था कि वे पुलिस विभाग से भ्रष्टाचार को दूर करने गांधीवादी तरीका अपनाएंगे। वे मानते हैं कि सिर्फ गली-मोहल्ले साफ करने से कुछ नहीं होगा। अव्यवस्थाओं की सफाई भी जरूरी है। ब्रह्मा ने कहा कि आम जनता के लिए पुलिस का बर्ताव ठीक नहीं है। लोग अपनी समस्या लेकर थाने जाते हैं, लेकिन वहां उनके साथ बुरा बर्ताव होता है। ब्रह्मा ने खुलासा किया कि एक बार वे भी अपनी समस्या लेकर थाने गए थे। उन्हें भी पुलिस के बुरे बर्ताव का सामना करना पड़ा। तभी उन्होंने सोच लिया था कि वे पुलिस के इस गैर जिम्मेदाराना रवैये में सुधार होने तक गांधीवादी तरीके से विरोध जताते रहेंगे।
70 साल की उम्र में गांधीगीरी...
ब्रह्मा 70 साल के हैं। वे कहते हैं कि इस उम्र में अब उनके पास पुलिस डिपार्टमेंट की छवि बदलने का एक ही विकल्प है, गांधीगीरी। वे जूता पॉलिश करके लोगों को जागरूक करते रहेंगे। जूता पॉलिश इसलिए, क्योंकि जिस तरह पॉलिश से जूता चमक जाता है, साफ हो जाता है, वैसे ही वे चाहते हैं कि पुलिस की छवि भी चमके। वे उदाहरण देते हैं कि पुलिस थानों में एसी लगे हुए हैं, यह गैरकानूनी है। कम्प्यूटर खराब होने का बहाना बनाकर एसी में बैठना गलत है। जबकि आम जनता को बैठने के लिए कुर्सी तक नहीं मिलती, गर्मियां में पंखा तक नसीब नहीं होता। ब्रह्मा पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी काम करते हैं। उन्होंने अपनी दोनों बेटियों की शादी में मेहमानों को पौधे बांटे थे।