सार

शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने रविवार को कहा कि दोनों दलों के बीच 18 जनवरी को सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा होगी। इससे पहले चर्चा थी कि कांग्रेस महाराष्ट्र के अपने सहयोगियों को गोवा में कुछ सीटें दे सकती है।

पणजी : गोवा विधानसभा चुनाव (Goa Election 2022) में कांग्रेस (Congress) की तरफ से जवाब नहीं मिलने के बाद शिवसेना (Shiv Sena) और NCP ने साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया है। दोनों दल इस बार साथ मिलकर चुनावी ताल ठोकेंगे। शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने रविवार को कहा कि दोनों दलों के बीच 18 जनवरी को सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा होगी। इससे पहले चर्चा थी कि कांग्रेस महाराष्ट्र के अपने सहयोगियों को गोवा में कुछ सीटें दे सकती है।

इस फॉर्मूले पर सीट शेयरिंग
आज दोनों दलों के बीच सीट शेयरिंग पर चर्चा होगी। शिवसेना 10 से 15 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। NCP के वरिष्ठ नेता प्रफुल पटेल (Praful Patel) ने रविवार को बताया था कि 18 जनवरी को गोवा में सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा करेंगे उसके बाद यह तस्वीर साफ हो जाएगी कि कौन कितनी सीट पर मैदान में दिखाई देगा। गोवा में कांग्रेस अलग से चुनाव लड़ रही है। बता दें कि महाराष्ट्र में तीनों पार्टियों की सरकार है। 

हम तैयार हैं - शिवसेना
शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने रविवार को कहा था कि महाराष्ट्र में हम एनसीपी और कांगेस के साथ सरकार में है लेकिन अभी गोवा में कांग्रेस के साथ सीटों का बंटवारा नहीं हुआ तो उनकी भी कुछ मजबूरियां होंगी और हमारी भी कुछ मजबूरियां होंगी। 

10 सीट भी नहीं जीत पाएगी कांग्रेस - राउत
इससे पहले 13 जनवरी को संजय राउत ने कहा था कि गोवा में कांग्रेस के पास सिर्फ तीन विधायक बचे हैं। विधायकों पार्टी को सामूहिक रूप से छोड़ दिया। शिवसेना और NCP ने कांग्रेस के बुरे दौर में साथ देने का ऑफर दिया था लेकिन पता नहीं कांग्रेस क्या सोच रही है, उसके दिमाग में क्या चल रहा है। अगर ऐसा ही रहा और वह चुनाव में अकेले गई तो उसे करारी हार का सामना करना पड़ेगा। ऐसी स्थिति में कांग्रेस  के लिए 10 का आंकड़ा पाना भी कठिन हो जाएगा।

सहयोगियों को 10 सीट दे कांग्रेस
संजय राउत ने कहा था कि हमने गोवा कांग्रेस प्रभारी दिनेश गुंडुराव, सीएलपी नेता दिगंबर कामत और गोवा कांग्रेस प्रमुख गिरीश चोडनकर के साथ बातचीत की थी और प्रस्ताव रखा था कि कांग्रेस 40 विधानसभा सीटों में से 30 पर खु चुनाव लड़े और बाकी की सीटें अपने सहयोगियों के लिए छोड़ दें। उन्होंने आगे कहा कि गोवा में 10 विधानसभा सीटें तो ऐसी हैं जहां कांग्रेस को पिछले 50 सालों में जीत नहीं नसीब हुई। ये सीटें शिवसेना, एनसीपी और गोवा फॉरवर्ड पार्टी को दी जा सकती हैं।

हाईकमान चाहता था गठबंधन
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) गठबंधन  के पक्षधर थे, लेकिन कांग्रेस की लोकल बॉडी हाईकमान से अलग विचार रखती है। शिवसेना गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेटे उत्पल की उम्मीदवारी का समर्थन करने के लिए तैयार है, अगर वह विधानसभा चुनावों में राजनीतिक कदम उठाने का फैसला करते हैं। ऐसे में कांग्रेस की राह मुश्किल हो जाएगी।

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