सार
कांग्रेस और टीएमसी के बीच रिश्तों में साल 2021 में काफी तल्खी देखने को मिली। टीएमसी ने बीजेपी के खिलाफ लड़ने में कथित विफलता को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा था। टीएमसी ने कांग्रेस को एक अक्षम और अयोग्य पार्टी करार दिया था, जो गहरी नींद में चली गई है।
पणजी : गोवा में विधानसभा चुनाव (Goa Election 2022) में TMC कांग्रेस के साथ गठबंधन करना चाहती थी लेकिन बात नहीं बनी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) गठबंधन के प्रस्ताव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से भी मिली थीं लेकिन उनकी तरफ से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया न मिलने से बात आगे ही नहीं बढ़ सकी। टीएमसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पवन वर्मा ने यह जानकारी दी।
कांग्रेस ने नहीं दिया जवाब
पवन वर्मा ने एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा, कुछ हफ्ते पहले ममता बनर्जी खुद सोनिया गांधी के पास पहुंचीं और कहा कि अतीत में जो कुछ हुआ, उसे पीछे छोड़ दें और 2022 में एक नई शुरुआत की उम्मीद करें। सोनिया ने कहा कि वह अपने पार्टी नेतृत्व के साथ इस पर चर्चा करने के बाद जवाब देंगी, लेकिन आज तक कोई जवाब नहीं आया।
कांग्रेस क्यों नहीं चाहती साथ
दरअसल जानकारों का मानना है कि कभी कांग्रेस (Congress) भी टीएमसी के साथ गठबंधन को लेकर उत्साहित थी लेकिन पार्टी के शीर्ष नेता टीएमसी को अविश्वसनीय सहयोगी मानते हैं। कांग्रेस का कहना है कि राष्ट्रीय स्तर पर टीएमसी के अलगाव के कारण ममता बनर्जी को उससे संपर्क के लिए मजबूर होना पड़ा। बता दें कि कांग्रेस और टीएमसी के बीच रिश्तों में साल 2021 में काफी तल्खी देखने को मिली। टीएमसी ने बीजेपी के खिलाफ लड़ने में कथित विफलता को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा था। टीएमसी ने कांग्रेस को एक अक्षम और अयोग्य पार्टी करार दिया था, जो गहरी नींद में चली गई है। जिसके बाद से दोनों दलों के रिश्तों में दरार देखने को मिली।
कांग्रेस की तरफ से भी हमले
बता दें कि लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने टीएमसी पर निशाना साधने में कोई कसर नहीं छोड़ी और कहा कि भगवा खेमे के खिलाफ एक संयुक्त मोर्चा बनाने का उसका दावा राष्ट्रीय राजनीति में अलग-थलग पड़ने के बाद एक बढ़िया तरीके से रचे गए नाटक से कम नहीं है। चौधरी ने कहा, टीएमसी हताशा में सोनिया गांधी तक पहुंच रही है। 20 अगस्त को सोनिया द्वारा बुलाई गई विपक्ष की बैठक के बाद, टीएमसी ने अचानक एक मोड़ लिया और कांग्रेस पर हमला करना शुरू कर दिया। हमारे नेतृत्व को गाली देने से लेकर मेघालय सहित दूसरे राज्यों में हमारे नेताओं का अवैध शिकार तक किया। उन्होंने टीएमसी पर कांग्रेस को कमजोर करने के लिए सब कुछ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उसने यहां तक कहा कि कांग्रेस अपनी ताकत खो चुकी है और विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व नहीं कर सकती है।
बीजेपी के खिलाफ मजबूत गठबंधन
तृणमूल कांग्रेस के कांग्रेस संग गठबंधन के सवाल पर पवन वर्मा मे कहा कि पार्टी चाहती है कि बीजेपी (BJP) के खिलाफ विपक्षी गठबंधन को मजबूत किया जाए। पवन वर्मा ने दिल्ली में 24 दिसंबर को कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के साथ अपनी बैठक का जिक्र किया। पवन ने कहा कि हमें अतीत को भूलकर आगे बढ़ना चाहिए। हमें गोवा में भाजपा को रोकना है।
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