सार


पूरा परिवार नन्हे मेहमान का चेहरा देखने का बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहा था। घर में खुशी का महौल था, क्योंकि उनके घर में नई पीढ़ी में पहले बच्चे का जन्म हुआ था। लेकिन अगले की पल सारी खुशियां मातम में बदल गईं।


वडोदरा. गुजरात से एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जहां एक परिवार की खुशियां आते ही मातम में बदल गईं। दरअसल, परिजन महिला की डिलीवरी कराकर अपने घर लौट रहे थे, इसी दौरान बीच रास्ते में उनका ऑटो अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पटल गया। जिसमें नवजात समेत तीन बच्चों की मौत हो गई।

नवमी के दिन तीन मासूम बच्चों की मौत
दरअसल, यह दर्दनाक हदासा वडोदरा जिले के दाहोद में रविवार शाम में हुआ। जहां नानीकोडी गांव का एक परिवार की तीन महिलाएं अपनी बहू की डिलेवरी कराकर नवमी के दिन खुशी-खुशी घर लौट रहीं थीं। जिसमें उनके साथ नवजात के अलावा घर के दो बच्चे और सवार थे। तभी ऑटो सड़क किनारे पलटी खाते हुए पास में एक तालाब में जा गिरा। इसके बाद ऑटो  हादसा होते ही राहगीरों ने उनको बचाने के लिए झील में छलांग लगा दी। लेकिन फिर वह वह उन्हें जिंदा नहीं बचा सके।

समय पर मदद मिलने बच गई महिलाओं की जान
घटना की जानकारी लगते ही मौके राहगीरों और लोगों की भीड़ लग गई। इसके बाद पुलिस और  रेस्क्यू टीम भी पहुंच गई। जहां उन्होंने सभी को निकालकर एंबुलेंस बुलाकर अस्पताल पहुंचाया। लेकिन तब तक तीन मासूम बच्चे दम तोड़ चुके थे। वहीं हादसे में तीन महिलाएं घायल हो गईं और समय पर मदद मिलने पर उनकी जान बच गई।

परिवार के पहले बच्चे ने लिया था जन्म
बता दें कि चोसाला गांव की 25 वर्षीय महिला रंगीलीबेन कलसींगभाई मावी दो अन्य महिलाओं और दो बच्चों के साथ अपनी डिलेवरी करने के लिए रेटिया एचसी अस्पताल पहुंची थी। जहां उन्होंने एक बेटे को जन्म दिया। इसके बाद परिवार अपने ऑटो से घर लौट रहा था। बता दें कि परिवार इनके घर आने का बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहा था। सब अपने नन्हे मेहमान का चेहरा देखना चाहते थे। पूरे परिवार में खुशी का महौल था, क्योंकि उनके घर में नई पीढ़ी में पहले बच्चे का जन्म हुआ था। लेकिन अगले की पल जब हादसे की खबर पता चला तो सारी खुशियां मातम में बदल गईं।