सार

मंडी के रहने वाले परस राम सैनी के इकलौते बेटे प्रांशुल सैनी की शादी फरवरी में गुजरात के एक परिवार में तय हुई थी। जिसकी बारात अहमदाबाद जानी थी। दोनों परिवारों ने शादी की तारीख 25 अप्रैल रखी थी। परिवार के बड़े अरमान थे कि वह बेटे की शादी बड़ी धूमधाम से करेंगे। लेकिन इसी महीने की शुरूआत में  कोरोना की दूसरी लहर ने कहर बरपाना शुरू कर दिया। 

मंडी (हिमाचल). कोरोना महामारी की दूसरी लहर का प्रकोप चरम पर है। संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए देश के अधिकतर राज्यों में लॉकडाउन लगा हुआ है। सरकार ने लोगों से सीमित लोगों की संख्या में शादी करने की अपील की है। इसी बीच हिमाचल के मंडी में एक परिवार ने ऐसा काम किया है जिसकी तारीफ हर कोई कर रहा है। वह अपने इकलौते बेटे की शादी में शामिल होने तक नहीं गए। यानि उनका बेटा अकेला दूल्हन को लेने गया। जबकि परिवार ने पूरी शादी घर बैठे ऑनलाइन के जरिए टीवी पर देखी।

परिवार के सारे अरमान बिखर गए..
दरअसल, मंडी के रहने वाले परस राम सैनी के इकलौते बेटे प्रांशुल सैनी की शादी फरवरी में गुजरात के एक परिवार में तय हुई थी। जिसकी बारात अहमदाबाद जानी थी। दोनों परिवारों ने शादी की तारीख 25 अप्रैल रखी थी। परिवार के बड़े अरमान थे कि वह बेटे की शादी बड़ी धूमधाम से करेंगे। लेकिन इसी महीने की शुरूआत में  कोरोना की दूसरी लहर ने कहर बरपाना शुरू कर दिया। जिसके चलते उनके सारे सपने धरे के धरे रह गए। ऐसे में परिवार ने दुल्हन लाने के लिए सिर्फ दुल्हे को ही भेजने का फैसला किया

(माता-पिता अपने बेटे की वर्चुअली शादी देखते देते हुए।)

 माता-पिता ने वीडियो कॉल से दिया आशीर्वाद
परस राम सैनी का कहना है कि उन्हें बेटे की शादी में शामिल न होने का मलाल तो है, लेकिन यह जरूरी नहीं कि भीड़ जुटाई जाए। इस वक्त देश संकट में है, ऐसे में हमारे साथ-साथ दूसरों की जिंदगी की भी चिंता है। पहले तो हमने शादी के टालने का सोचा, लेकिन परिवार की सलाह के बाद बेटे अकेले को बहू लाने के लिए भेज दिया। हम सभी लोगों ने ऐसे में घर रहने का फैसला किया। हालांकि, उन्होंने टीवी के जरिए ही पूरी शादी घर बैठे देखी। साथ ही यहीं से बेटा बूह को आशीर्वाद दिया। उनेक साथ साथ कई रिश्तेदार भी इस वर्चुअली शादी में शामिल हुए थे।