सार

डॉक्टरों के लिए यह जुड़वां बच्चे जांच का विषय बन गए हैं। इनका जन्म शनिवार को गुजरात के महेसाणा जिले में हुआ है। इनकी मां कोरोना संक्रमित है। लेकिन इन जुड़वां बच्चों में से सिर्फ एक पॉजिटिव निकला। इनकी मां की 12 मई को रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। डॉक्टरों को डर था कि बच्चे भी कोरोना ग्रसित हो सकते हैं, लेकिन एक बच्चे के ठीक होने से डॉक्टरों को संतोष हुआ है।

महेसाणा, गुजरात. कोरोना संक्रमण को लेकर गर्भवती महिलाओं को लेकर डॉक्टर हमेशा चिंतित रहते हैं। दरअसल, उनके बच्चे के भी पॉजिटिव निकले की आशंकाएं ज्यादा होती हैं। लेकिन डॉक्टरों के लिए यह जुड़वां बच्चे जांच का विषय बन गए हैं। इनका जन्म शनिवार को गुजरात के महेसाणा जिले में हुआ है। इनकी मां कोरोना संक्रमित है। लेकिन इन जुड़वां बच्चों में से सिर्फ एक पॉजिटिव निकला। इनकी मां की 12 मई को रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। डॉक्टरों को डर था कि बच्चे भी कोरोना ग्रसित हो सकते हैं, लेकिन एक बच्चे के ठीक होने से डॉक्टरों को संतोष हुआ है।

डॉक्टरों ने रखा गर्भवती का पूरा ध्यान..
मामला वडनगर तहसील के मोलीपुर गांव की की रहने वाली 30 वर्षीय महिला से जुड़ा है। वह कोरोना पॉजिटिव है। उसने शनिवार को जुड़वां बेटी-बेटे को जन्म दिया। इनमें से एक बच्चा पॉजिटिव, जबकि दूसरा निगेटिव निकला। महिला की यह तीसरी डिलेवरी है। महिला का वडनगर के कोविड-19 अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसके प्रसव के लिए अस्पताल में अलग कमरे की व्यवस्था की गई थी। अस्पताल की अधीक्षक डॉ. एचडी पालेकर की निगरानी मे ऑपरेशन किया गया। सोमवार को दोनों बच्चों की रिपोर्ट आई।

डॉ. पालेकर ने बताया कि अस्पताल में महिला का विशेष ध्यान रखा गया। कोशिश थी कि सुरक्षित प्रसव कराया जा सके। पॉजिटिव मां का कोई बच्चा निगेटिव निकला है, यह गुजरात में पहला मामला है। लड़की की रिपोर्ट निगेटिव आई है। हालांकि डॉक्टरों का मानना है कि रिपोर्ट पर अभी शक है। बच्चों को अभी ब्रेस्ट फीडिंग नहीं कराई गई है, लेकिन दोनों बच्चे एक साथ हैं, इसलिए रिपोर्ट अलग-अलग आना चौंकाता है। इसलिए इनके दुबारा सैम्पल लिए गए हैं।