सार
मां ने बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) को पत्र लिखकर अपने चार बच्चों का भरण पोषण करने में असमर्थता जताई जिसके बाद समिति ने चारों बच्चों के पालन पोषण की सोमवार को स्वयं जिम्मेदारी ले ली
तिरुवनंतपुरम (केरल): गरीबी से परेशान एक मां ने बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) को पत्र लिखकर अपने चार बच्चों का भरण पोषण करने में असमर्थता जताई जिसके बाद समिति ने चारों बच्चों के पालन पोषण की सोमवार को स्वयं जिम्मेदारी ले ली।
महिला ने पत्र में लिखा था कि उसका पति नशा करता है और वे अपने बच्चों को भोजन मुहैया कराने में भी असमर्थ हैं। उसने यह भी कहा था कि एक बार एक बच्चे ने भूख के कारण कीचड़ खा लिया था। पत्र मिलने के बाद सीडब्ल्यूसी के सदस्य परिवार के अस्थायी घर पहुंचे और बच्चों का संरक्षण अपने हाथ में ले लिया।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
(प्रतिकात्मक फोटो)