सार

गुजरात में जेज डी.डी. ठक्कर ने 3 साल की बच्ची के साथ रेप और हत्या के मामले में सुनवाई करते हुए पॉस्को के आरोपी रमेश बचुभाई वेदुकिया को फांसी की सजा सुनाई। 

राजकोट. देश में शायद ही ऐसा कोई हो जो निर्भया के दोषियों को नहीं जानता हो। काफी इंतजार के बाद अब यह चारों 20 मार्च सुबह 5.30 बजे फांसी पर लटक जाएंगे। ऐसे ही एक हैवान को गुजरात की राजकोट जिला अदालत ने फांसी की सजा सुनाई है। जिसके गुनाह जानकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे।

 3 साल की मासूम से रेप के बाद की हत्या
दरअसल, इस हैवान का नाम  रमेश बचुभाई वेदुकिया है। जिसने दो साल पहले 9 फरवरी 2018 को  भावनगर रोड से एक 3 साल की मासूम का अपहरण किया था। इसके बाद बच्ची को वह सुनसान इलाके में ले गया। जहां उसने बच्चे के साथ पहले रेप किया इसके बाद बच्ची की बेरहमी से हत्या कर दी। इतना ही नहीं आरोपी ने उसका चेहरा भी पत्थरों से बुरी तरह कुचल दिया था। ताकि उसकी पहचान नहीं हो सके। उसके बाद एक कंबल में शव को लपेटकर झाड़ियों में फेंककर भाग गया। हालांकि कुछ दिनों बाद आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

जज ने कहा-ऐसे हैवान को जिंदा रहने का कोई अधिकार नहीं
गुरुवार के दिन  राजकोट कोर्ट के जेज डी.डी. ठक्कर ने 3 साल की बच्ची के साथ रेप और हत्या के मामले में सुनवाई करते हुए आरोपी  पॉस्को के आरोपी रमेश बचुभाई वेदुकिया को फांसी की सजा सुनाई। जज ने कहा-ऐसे हैवान को जिंदा रहने का कोई अधिकार नहीं है।

70 वर्षीय महिला की कर चुका है हत्या
आरोपी रमेश ने 7 फरवरी 2018 में एक 70 साल की बुजुर्ग महिला अस्माबेन हातिमभाई की हत्या भी कर चुका है। आरोपी वूद्धा को अपनी बातों में उलझा कर सुनसान इलाके में ले गया था। जहां उसने पहले तो महिला के सारे गहने और पैसे लूटे इसके बाद उसकी हत्या कर दी। जिसका शव पुलिस को घटना के तीन दिन बाद मिला था।