सार
लॉकडाउन के दौरान यह शॉकिंग मामला आंध्र प्रदेश के विशालाखापट्टनम में सामने आया है। पुलिस ने बाइक पर जा रहे एक कपल का रोका था। उन्होंने मायूस होकर कहा कि वे अपनी बच्ची का हॉस्पिटल लेकर जा रहे हैं। कपल की हालत देखकर पुलिस ने पहले सहानूभूति दिखाई, लेकिन जब सच सामने आया, तो सब हैरान रह गए। बाद में पुलिस के आगे कपल हाथ जोड़कर खड़ा हो गया।
विशाखापट्टनम, आंध्र प्रदेश. कोरोन संक्रमण को रोकने लॉकडाउन के दौरान पुलिस पूरी शिद्दत से अपनी ड्यूटी कर रही है। इस समय पुलिस जिस तरह से लोगों की मदद कर रही है, वो तारीफ के काबिल है। लेकिन कुछ लोग लॉकडाउन के दौरान भी घर से निकलने तरह-तरह के बहाने बना रहे हैं। बहानेबाजी का ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला विशालाखापट्टनम में सामने आया है। पुलिस ने बाइक पर जा रहे एक कपल का रोका था। उन्होंने मायूस होकर कहा कि वे अपनी बच्ची का हॉस्पिटल लेकर जा रहे हैं। कपल की हालत देखकर पुलिस ने पहले सहानूभूति दिखाई, लेकिन जब सच सामने आया, तो सब हैरान रह गए।
गोद में बच्ची नहीं, गुड़िया थी..
जानकारी के अनुसार, बुधवार को पुलिस ने एनएडी जंक्शन पर बाइक से जा रहे एक कपल को रोका। ये लोग गोपालपट्टनम से कहीं जा रहे थे। महिला की गोद में पुलिस को एक बच्चा नजर आया। पूछने पर कपल ने आंखों में आंसू लेकर बताया कि उन्हें मेडिकल इमरजेंसी है। उनका बच्चा बीमार है। उसे दिखाने ही वे हॉस्पिटल जा रहे हैं। यह देखकर पुलिसवाले ने तुरंत उन्हें जाने के लिए बोल दिया। लेकिन दूसरे पुलिसवाले को कुछ शक हुआ। उसने कपल से कहा कि बच्चे को दिखाइए कहीं उसकी तबीयत ज्यादा खराब तो नहीं है। यह सुनकर कपल सकपका गया। जब पुलिस ने महिला की गोद में झांककर देखा, तो मालूम चला कि वो बच्चा नहीं, गुड़िया थी।
पुलिस के आगे हाथ जोड़ने लगा कपल..
झूठ पकड़ने जाने पर कपल की हालत खराब हो गई। वो पुलिस के आगे हाथ जोड़कर खड़ा हो गया। उन्होंने अपनी गलती मानते हुए कहा कि वे अपने एक बुजुर्ग रिश्तेदार को देखने जा रहे थे। वो बीमार हैं। पुलिस रोके नहीं, इसलिए यह बहाना बनाया। बाद में पुलिस ने उन्हें समझाइश देकर जाने दिया।