सार
कोरोना संकट के चलते स्कूल बंद पड़े हैं। ऐसे में स्कूल ऑनलाइन क्लासेज के जरिये बच्चों को पढ़ा रहे हैं। लेकिन यह व्यवस्था ज्यादातर अभिभावकों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है। जिनके पास छोटे घर हैं या जिनके पास इंटरनेट..अतिरिक्त मोबाइल की सुविधा नहीं है, वे तनाव में हैं। इस बीच कुछ चौंकाने वाले मामले भी सामने आए हैं। कुछ शिक्षकों की शिकायत है कि ऑनलाइन क्लास के दौरान बच्चे के अभिभावक(पुरुष) मर्यादाओं का ध्यान नहीं रखते। वे टॉवेल पहनकर ही घूमते रहते हैं।
सूरत, गुजरात. कोरोना ने जीवनशैली में कई बड़े बदलाव किए हैं। एक समय था कि अभिभावक बच्चों को मोबाइल या लैपटॉप छूने तक नहीं देते थे। लेकिन अब स्कूलों में ऑनलाइन क्लास के चलते उन्हें बच्चों को ये चीजें पकड़ानी पड़ रही हैं। यह मामला ऑनलाइन क्लासेज से ही जुड़ा है, लेकिन विचित्र है। जिनके पास छोटे घर हैं या जिनके पास इंटरनेट..अतिरिक्त मोबाइल की सुविधा नहीं है, वे तनाव में हैं। इस बीच कुछ चौंकाने वाले मामले भी सामने आए हैं। कुछ शिक्षकों की शिकायत है कि ऑनलाइन क्लास के दौरान बच्चे के अभिभावक(पुरुष) मर्यादाओं का ध्यान नहीं रखते। वे टॉवेल पहनकर ही घूमते रहते हैं। वहीं, अभिभावक चाहते हैं कि ऑनलाइन क्लास बंद होनी चाहिए। इससे बच्चों पर बुरा असर पड़ रहा है।
पिता भूल गया कि बच्चे की ऑनलाइन क्लास चल रही है..
ऑनलाइन क्लास बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों तीनों के लिए जी का जंजाल बन गई है। शिक्षकों की शिकायत है कि वे कई बार हिदायत दे चुके हैं कि क्लास के दौरान बच्चों को अलग कमरे में बैठाया जाए, लेकिन अभिभावक उन्हें अपनी नजरों के सामने ही बैठाते हैं। वहीं, कई अभिभावकों का कहना है कि उनके घर में अतिरिक्त कमरा नहीं है, तो बच्चों को अलग कैसे बैठाएं? दूसरा अभिभावक बच्चों को अपनी आंखों के सामने ही बैठाना चाहते हैं। इस बीच एक अजीब मामला सामने आया है। ऑनलाइन क्लास के दौरान एक अभिभावक टॉवेल में ही घर में घूमता रहा। यह देखकर लेडी शिक्षक शर्मिंदा हो गई। इसके बाद शिक्षिका ने बच्चे को पढ़ाने से मना कर दिया।
महिलाओं करती रहती हैं पंचायत
कुछ शिक्षकों की शिकायत है कि ऑनलाइन क्लास के दौरान महिलाएं उसी कमरे में बैठकर गपियाती रहती हैं। इससे बच्चे का ध्यान पढ़ाई से भटकता है। कई बार बच्चा खाना खाते हुए क्लास में बैठ जाता है। या कभी कह दिया जाता है कि बच्चा थोड़ी देर में क्लास अटैंड करेगा।
बहरहाल, ऑनलाइन क्लास को लेकर अभिभावक खुश नहीं है। वे स्कूलों और शिक्षा विभाग पर दबाव बना रहे हैं कि ऑनलाइन क्लासेज बंद कराई जाएं। इससे बच्चों की मानसिकता पर गलत असर पड़ रहा है।