सार
महज एक रूपये में गरीब मरीजों का इलाज करने को लेकर पश्चिम बंगाल के बोलपुर के बाशिंदों के बीच ‘एक टकार डॉक्टर’ के रूप में चर्चित डॉ सुशोवन बनर्जी ने उन्हें पद्मश्री पुरस्कार के लिए चुने जाने पर शनिवार को इसका श्रेय उन लोगों को दिया ‘जिनके लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया।
कोलकाता. महज एक रूपये में गरीब मरीजों का इलाज करने को लेकर पश्चिम बंगाल के बोलपुर के बाशिंदों के बीच ‘एक टकार डॉक्टर’ के रूप में चर्चित डॉ सुशोवन बनर्जी ने उन्हें पद्मश्री पुरस्कार के लिए चुने जाने पर शनिवार को इसका श्रेय उन लोगों को दिया ‘जिनके लिए उन्होंने अपना जीवन समर्पित कर दिया।’’ डॉ. बनर्जी इस साल पश्चिम बंगाल से पद्मश्री के लिए चुने गये चार शख्सियतों में एक हैं।
एक भाई भारत रत्न तो दूसरे को भी कुछ तो मिलना ही चाहिए
डॉ. बनर्जी ने कहा, ‘‘ मैं 57 सालों से मरीजों का इलाज कर रहा हूं। यह पद्मश्री उनकी के चलते संभव हुआ है। मैं इस पुरस्कार को उन्हें समर्पित करता हूं।’’ बीरभूम जिले के बोलपुर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व कांग्रेस विधायक ने कहा कि उन्हें पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने फोनकर उन्हें बधाई दी जिनके साथ उनका मधुर संबंध है। उन्होंने अपनी दबी हुई हंसी के साथ कहा,‘‘श्री मुखर्जी मुझे छोटे भाई के रूप में देखते हैं। उन्होंने शनिवार शाम को मुझे फोन कर बधाई दी। मैं उनसे कहा कि एक भाई भारत रत्न है तब दूसरे को भी कुछ मिलना ही चाहिए।’’
पुरस्कार के लिए जताया आभार
पूर्व विधायक ने कहा कि उन्हें यह जानकारी आश्चर्य हुआ कि वह इस साल पद्म पुरस्कारों की सूची में हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं कांग्रेस विधायक था। मेरे लिए यह आश्चर्य की बात है कि केंद्र की भाजपा सरकार ने मुझे इस पुरस्कार के लिए चुना। तथापि, मैं उनका आभारी हूं।’’बनर्जी के अलावा पद्म श्री के लिए पश्चिम बंगाल के तीन अन्य शख्सियतों-- डॉ. अरूणोदय मंडल (मेडिसीन), काजी मासूम अख्तर (साहित्य एवं शिक्षा) और मणिलाल नाग (कला) को भी चुना गया है।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)