सार
देश में 14 राज्यों की 30 विधानसभा और 3 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए सुबह से शुरु हुई वोटिंग शाम 6 बजे खत्म हो गई है। इसी के साथ EVM मशीनों में उम्मीदवारों की किस्मत लॉक हो गई। पोलिंग बूथ के बाहर सुबह से ही लंबी-लंबी कतारें दिखने को मिलीं।
नई दिल्ली। देश में 14 राज्यों की 30 विधानसभा और 3 लोकसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए सुबह से शुरु हुई वोटिंग शाम 6 बजे खत्म हो गई है। इसी के साथ EVM मशीनों में उम्मीदवारों की किस्मत लॉक हो गई। पोलिंग बूथ के बाहर सुबह से ही लंबी-लंबी कतारें दिखने को मिलीं। कई जगह वोटर्स में जबरदस्त उत्साह भी देखने को मिला।अंतिम घंटे के मतदान में 80 साल से अधिक उम्र, कोरोना संक्रमित को ही वोटिंग करने का अवसर दिया गया। ज्यादातर सीटों पर सीधा मुकाबला भाजपा (BJP) और कांग्रेस (congress) उम्मीदवारों के बीच है। तीन दिन बाद यानि दो नवंबर सभी सीटों की मतगणना है।
तीन लोकसभा सीटों पर इतना प्रतिशत हुई वोटिंग
- दादरा और नगर हवेली लोकसभा क्षेत्र के उपचुनाव में शनिवार शाम पांच बजे तक 67 प्रतिशत मतदान हुआ।
- की मंडी लोकसभा सीट पर सबसे कम 49.83 प्रतिशत मतदान हुआ।
- प्रदेश की खंडवा लोकसभा सीट पर करीब 59.72 प्रतिशत वोटिंग हुई।
मध्य प्रदेश तीन विधानसभा सीटों पर मतदान
- जोबट में 6 बजे तक 50.90 प्रतिशत मतदान हुआ
- पृथ्वीपुर में 6 बजे तक 78.14 प्रतिशत वोटिंग हुई।
- रैगांव में 6 बजे तक 66.66 प्रतिशत वोट डाले गए।
राजस्थान में उपचुवाव पर मतदान
- राजस्थान के धारीवाड़ विधानसभा सीट पर शाम पांच बजे तक 65.39 फीसदी और वल्लभनगर सीट पर 64.95 फीसदी मतदान हुआ।
हरियाणा में विधानसभा पर उपचुनाव
- हरियाणा के एलेनाबाद विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में शाम पांच बजे तक 73 प्रतिशत से अधिक मतदान
बिहार में ऐसा रहा मतदान
- बिहार दो विधानसभा सीट तारापुर और में र कुशेश्वरस्थान में करीब 50 प्रतिशत तक मतदान हुआ।
असम की 5 विधानसभा सीटों पर चुनाव
- असम की 5 विधानसभा सीटों पर शाम पांच बजे तक हुए उपचुनाव में 69.60 प्रतिशत तक मतदन हुआ।
बंगाल की 4 सीटों पर हुआ मतदान
-पश्चिम बंगाल की चार विधानसभा सीटों दिनहाटा, नदिया जिले की शांतिपुर, उत्तर 24 परगना की खरदा और दक्षिण 24 परगना की गोसाबा सीट पर मतदान शांतिपूर्ण रहा। चारों सीटों पर शाम पांच बजे तक करीब 71 प्रतिशत मतदान हुआ।
कहां-कहां हुआ मतदान
जिन सीटों पर लोकसभा उपचुनाव के लिए वोट डाले जा रहे हैं उनमें दादरा और नगर हवेली (Dadra And Nagar Haveli), हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की मंडी और मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की खंडवा सीट शामिल है। जिन 30 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहा है, उनमें असम (Assam) की पांच, पश्चिम बंगाल (West Bengal) की चार, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश और मेघालय (Meghalaya) में तीन-तीन, बिहार (Bihar), कर्नाटक (Karnataka) और राजस्थान (Rajasthan) में दो-दो और आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh), हरियाणा (Haryana), महाराष्ट्र (Maharashtra), मिजोरम (Mizoram), नागालैंड (Nagaland) और तेलंगाना (Telangana) में एक-एक सीट है।
क्यों खाली हुई लोकसभा सीट
तीनों लोकसभा क्षेत्रों में मौजूदा सदस्यों के निधन के बाद इन सीटों पर उपचुनाव कराया जा रहा है। मार्च में रामस्वरूप शर्मा (बीजेपी) के निधन के बाद मंडी सीट खाली हुई थी। खंडवा संसदीय क्षेत्र के लिए उपचुनाव बीजेपी सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के निधन के कारण कराना पड़ रहा है, जबकि दादरा और नगर हवेली से निर्दलीय लोकसभा सदस्य मोहन देलकर फरवरी में मुंबई के एक होटल में मृत पाए गए थे।
इन मुख्यमंत्रियों के लिए खास है उपचुनाव
जिन राज्यों की सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं उनमें से चार राज्यों के मुख्यमंत्रियों के लिए यह चुनाव काफी अहम माना जा रहा है, इनमें जो शामिल हैं वो..
नीतीश कुमार
बिहार में हो रहे उपचुनाव ने महागठबंधन में दरार डाल दी है। कांग्रेस ने कुशेश्वरस्थान और तारापुर सीटों पर होने वाले चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के उम्मीदवार के खिलाफ उम्मीदवार उतार दिया है। ऐसे में अब मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। जिसका फायदा नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और उनके दल जद (यू) को मिलता दिख रहा है।
शिवराज सिंह चौहान
इसी तरह मध्यप्रदेश के उपचुनाव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) के लिए काफी अहम हैं। खास तौर पर यह देखते हुए कि भाजपा ने गुजरात (Gujarat) और उत्तराखंड (Uttarakhand) में अचानक मुख्यमंत्री बदल दिए हैं। ऐसे में अगर उचुनावों में पार्टी की हार होती हैं, तो उनकी कुर्सी पर खतरा मंडरा सकता है।
मनोहर लाल खट्टर
हरियाणा में किसान आंदोलन के दौर में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) का टेस्ट है। क्योंकि ऐलानाबाद की सीट पर इंडियन लोक दल के नेता अभय चौटाला चुनाव जीते थे। लेकिन किसान कानूनों के विरोध में उन्होंने यह सीट छोड़ दी थी।
अशोक गहलोत
इसी तरह राजस्थान की दो सीटों पर होने वाले उप चुनाव कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए अहम हैं। क्योंकि यह चुनाव मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot)और सचिन पायलट (Sachin Pilot) की आपसी खींचतान और भाजपा में वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) के समर्थकों के विरोध के बीच चुनाव हो रहे हैं। जहां तक बंगाल चुनाव की बात है तो वहां जिस तरह से भाजपा को छोड़कर नेता और विधायक तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। ऐसे में लगता यही है कि तृणमूल कांग्रेस के लिए राह आसान होगी।
उपचुनाव से जुड़ी डिटेल्स
हिमाचल में ये सीट खाली और इनका निधन
- जुब्बल कोटखाई (शिमला जिला)- नरिंदर ब्रगटा (भाजपा)
- फतेहपुर (कांगड़ा जिला)- सुजान सिंह पठानिया (कांग्रेस)
- अर्की (सोलन जिला)- वीरभद्र सिंह (छह बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे कांग्रेसी दिग्गज )
कर्नाटक में इनके निधन से सीटें खालीं... ये मैदान में
सिंडगी से अशोक मल्लप्पा मनागुली कांग्रेस प्रत्याशी हैं। उनके पिता एमसी मनागुली जद (एस) पार्टी से विधायक थे। उनकी मृत्यु के बाद उपचुनाव और बेटा कांग्रेस में शामिल। हनागल में भाजपा के शिवराज सज्जनर और कांग्रेस के श्रीनिवास माने और जद (एस) के नियाज शेख प्रत्याशी। भाजपा विधायक सीएम उदासी के निधन के बाद सीट पर उपचुनाव।
मध्य प्रदेश में ये सीट खाली और इनका निधन
पृथ्वीपुर (निवाड़ी)- बृजेंद्र सिंह (कांग्रेस)
जोबट (अलीराजपुर)- कलावती भूरिया (कांग्रेस)
रैगांव (सतना)- जुगलकिशोर बागरी (भाजपा)
इस राज्य में इन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव
आंध्र प्रदेश- एक सीट (बडवेल, SC)
असम- पांच सीट (गोसाईगांव, भबनीपुर, तमुलपुर, मरियानी, थौरा)
बिहार- दो सीट (कुशेश्वर अस्थान, तारापुर )
हरियाणा- एक सीट (ऐलनाबाद)
हिमाचल प्रदेश- तीन सीट (जुब्बल कोटखाई (शिमला जिला), फतेहपुर (कांगड़ा जिला) और अर्की (सोलन जिला)
कर्नाटक- दो सीट- (सिंडगी और हनागल)।
मध्य प्रदेश- तीन सीट (पृथ्वीपुर, रैगांव और जोबट)
महाराष्ट्र- एक सीट- (देगलुर)
मेघालय- तीन सीट- (राजबाला, मावरिंगकेंग और मावफलांग)
मिजोरम- एक सीट (तुइरियाल)
नगालैंड- एक सीट (तुएनसांग)
राजस्थान- दो सीट- (वल्लभनगर और धरियावद)
तेलंगाना- एक सीट (हुजुराबाद)
पश्चिम बंगाल- चार सीट- (दिनहाटा, शांतिपुर, खरदाहा, गोसाबा)
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