सार
यह खबर सरकारी कामकाज पर सवाल खड़े करती है। यह शख्स पिछले 40 साल से अपने घर में बिजली कनेक्शन के लिए दफ्तर के चक्कर काट रहा है, लेकिन नतीजा जीरो। यह शख्स मोहाली के पास एक गांव में रहता है। इसका घर राजधानी चंडीगढ़ से चंद किमी की दूरी पर है। इस शख्स ने खेत में घर बनाकर रहना शुरू किया था। लेकिन तब से अब तक कई बार कनेक्शन के लिए अप्लाई कर चुका है।
मोहाली, पंजाब. सरकारी कामकाज को लेकर आज भी स्थितियां कुछ ठीक नहीं हैं। यह खबर सरकारी कामकाज पर सवाल खड़े करती है। यह शख्स पिछले 40 साल से अपने घर में बिजली कनेक्शन के लिए दफ्तर के चक्कर काट रहा है, लेकिन नतीजा जीरो। यह शख्स मोहाली के गांव तंगोरी में रहता है। इसका घर राजधानी चंडीगढ़ से चंद किमी की दूरी पर है। इस शख्स ने खेत में घर बनाकर रहना शुरू किया था। लेकिन तब से अब तक कई बार कनेक्शन के लिए अप्लाई कर चुका है।
सुनिए आपबीती...
यह हैं बलजीत सिंह। बिजली के इंतजार में ये बूढ़े हो चुके हैं। वे बताते हैं कि 40 साल पहले उन्होंने गांव से बाहर अपने खेत में घर बनाया था। वे चाहते थे कि खेत पर ही घर होने से खेतीबाड़ी आसान हो जाएगी। इसके बाद उन्होंने बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन दिया। लेकिन उन्हें कनेक्शन नहीं मिला। इस तरह सालों गुजर गए। अब तो जैसे बगैर बिजली के रहने की आदत सी हो गई है। हालांकि घर के चारों ओर बड़े-बड़े पेड़ हैं, इसलिए रात को लूटपाट आदि का डर बना रहता है।
अफसर बोले, मुझे भेजें रसीद...
बलजीत सिंह ने बताया कि अकाली-भाजपा सरकार ने डेरों में रहने वालों के लिए बिजली कनेक्शन की एक योजना शुरू की थी। तब भी उन्होंने आवेदन किया था। इसके बाद भी कई बार वे दफ्तर जाकर नये सिरे से आवेदन करते रहे। लेकिन कोई बात नहीं बनी। यह मामला पीएसपीसीएल जीरकपुर के एक्सईएन सुखविंदर सिंह के संज्ञान में आया है। उन्होंने कहा कि बलजीत उनसे आकर मिलें। वे समस्या का समाधान करा देंगे।