सार
आमतौर पर शादियों में चकाचौंध, डीजे का शोर और घराती-बरातियों की भीड़ होती है। लेकिन यह शादी इन सबसे अलग थी। यहां दूल्हा-दुल्हन ने ऐसा 'नाटक' किया कि लोग हैरान रह गए।
बठिंडा, पंजाब. अकसर लोग अपनी हैसियत के हिसाब से अपने बच्चों की शादी में खर्चा करते हैं। उसे शाही और यादगार बनाने कोई कसर नहीं छोड़ते। अच्छी सजावट, गाजे-बाजे की धूम, घरातियों और बरातियों के स्वागत-सत्कार के लिए बेहतर इंतजाम करते हैं। लेकिन यह शादी एकदम अलग थी। यहां न तो डीजे की धूम थी और न शाही सजावट। दूल्हा-दुल्हन आए और सामान्य तरीके से शादी करके चले गए। इस दौरान उन्होंने एक संदेश देने नाटक भी खेला।
किताबों का स्टॉल लगाया था
पंजाब की शादियां हमेशा से ही यादगार रही हैं। मगर बठिंडा की यह शादी सबसे ज्यादा यादगार रहेगी। इस शादी में किताबों का एक स्टॉल लगाया गया था। यह स्टॉल तर्कशील सोसायटी बठिंडा की ओर से मास्टर ज्ञान सिंह, रणधीर सिंह व सुखविंदरपाल विर्क ने लगाया था। यहां से खुद दूल्हा-दुल्हन ने 8 किताबें खरीदीं। इसके साथ ही दूल्हा-दुल्हन ने नशे के खिलाफ अलख जगाने एक नाटक भी खेला। उल्लेखनीय है कि पंजाब और समीपवर्ती राज्यों में इस समय ड्रग्स माफिया फैला हुआ है। इसके खिलाफ सरकार लगातार एक्शन ले रही है।
बठिंडा के गांव मेहता दुल्हन परमिंदर कौर पुत्री जगजीत की शादी बरनाला के रहने वाले परमिंदर सिंह पुत्र अवतार सिंह के साथ हुई थी। यह कार्यक्रम गांव गही बुट्टर के मैरिज पैलेस में हुई थी। दूल्हा बरनाला में ही लोक निर्माण विभाग में क्लर्क है। दुल्हन के पिता पॉवरकॉम में नौकरी करते हैं। ये यूनियन लीडर भी हैं। ताज्जुब की बात है कि दूल्हा ग्रेजुएट है, जबकि दुल्हन पोस्ट ग्रेजुएट।