सार

कोरोनाकाल में लोगों की मदद करके चर्चा में आए एक्टर सोनू सूद (Sonu Sood) के राजनीति में एंट्री करने को लेकर कयासबाजी का दौर तेज हो गया है। और इन तमाम अटकलों को खुद सोनू सूद हवा दे रहे हैं। शुक्रवार को चंडीगढ़ (Chandigarh) के एक होटल में पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjit Singh Channi), प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ( Harish Chaudhary) के साथ सोनू की गुप्त मीटिंग ने थोड़ा और सस्पेंस बढ़ा दिया है।

चंडीगढ़। कोरोनाकाल में लोगों की मदद करके चर्चा में आए एक्टर सोनू सूद (Sonu Sood) के राजनीति में एंट्री करने को लेकर कयासबाजी का दौर तेज हो गया है। और इन तमाम अटकलों को खुद सोनू सूद हवा दे रहे हैं। शुक्रवार को चंडीगढ़ (Chandigarh) के एक होटल में पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjit Singh Channi), प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ( Harish Chaudhary) के साथ सोनू की गुप्त मीटिंग ने थोड़ा और सस्पेंस बढ़ा दिया है। हालांकि, ये मुलाकात किस संबंध में हुई, ये अभी साफ नहीं हो सका है। ना ही इस बैठक की कोई तस्वीर या बयान जारी किया गया है। लेकिन, इस मुलाकात को आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।

बता दें कि इससे पहले सोनू ने आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) से भी मुलाकात की थी। जिसके बाद से सोनू के राजनीति में आने की चर्चाएं तेज हो गई थीं। सोनू पंजाब (Punjab) के मोगा (Moga) के रहने वाले हैं और कुछ ही महीने बाद पंजाब में विधानसभा चुनाव (Assembly Election 2022) होने जा रहे हैं। इस बीच, केजरीवाल के मोगा दौरा रद्द करने के बाद सोनू का राजनीति का लेकर बयान आया था। उन्होंने राजनीति में आने को लेकर हो रही चर्चाओं पर विराम लगाया था और उन खबरों का भी खंडन किया था, जिसमें सोनू के राजनीति में आने के दावे किए गए थे। सोनू ने स्पष्ट कहा था कि मेरा राजनीति में आने का कोई इरादा नहीं है। मेरी प्राथमिकता फिल्मों में काम करना है। दरअसल, सोनू ने दो महीने पहले आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ मीटिंग की थी। इसके बाद उनको स्कूली छात्रों के मेंटरशिप प्रोग्राम के लिए दिल्ली सरकार में ब्रांड एंबेसडर बनाया गया था। कुछ दिन पहले सोनू ने एक वीडियो जारी कर राजनेताओं को नसीहत दी थी।

बैठक में इन मसलों को लेकर चर्चाएं हुईं?
दरअसल, सोनू की बहन राजनीति में खासी सक्रिय हैं। वे अक्सर लोगों के बीच रहती हैं। ऐसे में कांग्रेस ये जानना चाहती है कि सोनू खुद चुनाव लड़ना चाहते हैं या फिर परिवार का कोई सदस्य टिकट चाहता है। सूत्रों की मानें तो इस बैठक में उनके भविष्य में राजनीति में आने के बारे में भी जानकारी लेने की कोशिश रही। सूत्रों के अनुसार, सेक्टर 35 के निजी होटल में इस मुलाकात के दौरान पंजाब के कई प्रोजेक्ट्स को लेकर भी विचार-विमर्श किया गया। बता दें कि इससे पहले सोनू सूद पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Former CM Captain Amarinder Singh) से मिल चुके हैं। कैप्टन ने उन्हें पंजाब में राज्य सरकार का वैक्सीन प्रोग्राम का ब्रांड एम्बेसडर बनाया था। फिलहाल, इस मुलाकात की जानकारी ना तो मुख्यमंत्री ने दी और ना ही सोनू सूद की ओर से कुछ कहा गया है।

पंजाब में ये सियासी मायने भी निकाले जा रहे...

  • सोनू सूद लोगों के बीच खासे चर्चित और लोकप्रिय हैं। ऐसे में पंजाब विधानसभा चुनाव में उनके चेहरे का पार्टी इस्तेमाल कर सकती है।
  • चर्चा यह भी है कि पंजाब सरकार उन्हें सरकारी योजनाओं के प्रचार के लिए ब्रांड एंबेसडर बनाना चाहती है। 
  • हाल ही में चन्नी ने बिजली, पेट्रोल-डीजल से जुड़े बड़े फैसले लिए हैं। कांग्रेस सरकार इन योजनाओं को सोनू के जरिए जनता तक ले जाने का प्लान बना रही है। 
  • सोनू पहले भी कैप्टन अमरिंदर सिंह के CM रहते पंजाब में कोरोना जागरूकता के लिए ब्रांड एंबेसडर रह चुके हैं।

वीडियो से सियासत में आने की चर्चाओं को बल मिला
सोनू सूद ने कुछ दिन पहले ही एक वीडियो जारी करके कहा था कि नेताओं को मेनिफेस्टो के बारे में जनता से एग्रीमेंट करना चाहिए। फिर जीतने के बाद शपथ लेते वक्त इस्तीफा भी जेब में रखना चाहिए। अगर वह तय वक्त पर वादे पूरे नहीं करते तो उन्हें इस्तीफा देना चाहिए। झूठे वादे नहीं करना चाहिए। लोगों का भरोसा मायने रखता है।

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