सार
सिंगर की हत्या के बाद फैंस का गुस्से में है। सियासत में भी उबाल देखने को मिल रहा है। विधानसभा चुनाव में सिद्धू कांग्रेस के टिकट पर मैदान में भी उतरे थे लेकिन हार का सामना करना पड़ा था। राज्य सरकार की तरफ से चार कमांडो उनकी सुरक्षा में लगे थे लेकिन दो को हटा लिया गया था।
मानसा : पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moosewala) की रविवार शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मर्डर के बाद सनसनी फैली हुई है। इस दौरान हम आपको बता रहे हैं इस मर्डर की आंखो देखी हाल। कैसे हमलावर मूसेवाला तक पहुंचे? कैसे उन्होंने सिंगर को घेरा और कैसे गोलियों से छलनी कर दिया? जिस वक्त यह वारदात हुई, वहां मौजूद एक शख्स ने पूरा हाल बयां किया। चश्मदीद ने बताया कि शाम को करीब पांच से साढ़े पांच बजे की बीच की यह बात है, जब मूसेवाला को हमलावरों ने घेर लिया और ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उनकी हत्या कर दी। पढि़ए वारदात के वक्त वहां क्या हुआ...
गोली मारी और दो मिनट तक हमलावर रुके रहे
चश्मदीद ने बताया कि मूसेवाला अपनी थार गाड़ी से जा रहे थे। तभी एक बोलेरो और एक कार वहां पहुंच गई। दोनों गाड़ियों ने सिंगर की गाड़ी को ओवरटेक किया और रोक लिया। उसमें से सात हमलावर बाहर निकले। उन्होंने मूसेवाला की गाड़ी को घेर लिया। छह ने आसपास को कवर किया और एक ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। दो मिनट में ही 30 गोली मारी गई। हमले के बाद सातों हमलावर दो मिनट तक वहीं रुके रहे और फिर मूसेवाला के मरने की पुष्टि होने पर वहां से भाग निकले।
ओवरटेक किया, गोली मारी और निकल लिए
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि हमलावरों ने 30 राउंड फायर किए। पहली गोली मूसेवाला की थार के पिछले टायर में लगती है। इसी से उनका बैलेंस बिगड़ता है और फिर उन पर गोलियों की बौछार कर दी गई। उस वक्त मूसेवाला के दो दोस्त भी उनके साथ थे, लेकिन उन्हें भी संभलने का मौका तक नहीं मिला। उस वक्त कुछ लोग घर के बाहर भी निकले थे लेकिन गोलियां चलती देख वे भी वापस अंदर हो गए।
AK-47 से भून डाला
चश्मदीद ने बताया कि जिस युवक ने गोलियां चलाई, उसके हाथ में AK-47 थी। उसने चेक शर्ट पहन रखी थी। इस वारदात के बाद काफी दहशत भरा माहौल बन गया। वहां मौजूद एक युवक ने वीडियो बनाने की भी कोशिश की लेकिन उस पर भी फायर किया गया, हालांकि वह वहां से भाग गया। इस वारदात के करीब एक घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची। तब तक यह न्यूज फैल चुकी थी कि मूसेवाला की हत्या हो चुकी है।
मूसेवाला तड़प रहे थे लेकिन कोई आगे नहीं आया
चस्मदीद ने बताया कि जब मूसेवाला गोलियां लगने से लहुलूहान हो गए। वह बुरी तरह जख्मी थे, तब किसी ने उन्हें अस्पताल नहीं पहुंचाया। डर के मारे लोग घरों में ही दुबके रहे। कोई बाहर तक नहीं आया। थोड़ी देर पर एक शख्स अपनी बाइक से वहां पहुंचा और मूसेवाला को अस्पताल ले गया लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। जिस जगह उनको गोली मारी गई, वहां की दीवारों पर अभी भी खून के धब्बे लगे हुए हैं। गोलियां के निशान भी दीवारों पर दिखाई दे रहे हैं।
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