सार
सरपंच का विरोध करना गांववालों को भारी पड़ गया। यह तस्वीर खन्ना जिले के मकसूदड़ा गांव की है। आरोप है कि कांग्रेसी सरपंच ने कच्चे मकानों को पास करने के एवज में रिश्वत मांगी थी। इसे लेकर लोक इंसाफ पार्टी विरोध प्रदर्शन किया था। कहा जा रहा है कि पुलिस ने उन्हें पकड़कर घसीटा। इससे उनकी पगड़ियां उछल गईं।
खन्ना, पंजाब. यह तस्वीर मकसूदड़ा के सरपंच का विरोध करने वालों की है। आरोप है कि कांग्रेसी सरपंच ने कच्चे मकानों को पास करने के एवज में रिश्वत मांगी थी। इसे लेकर लोक इंसाफ पार्टी विरोध प्रदर्शन किया था। कहा जा रहा है कि पुलिस ने उन्हें पकड़कर घसीटा। इससे उनकी पगड़ियां उछल गईं। पुलिस विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को पकड़कर अपने साथ थाने ले गई। वहां पुलिस ने लोगों के साथ दुर्व्यवहार (Missbehavior) किया। यह विरोध प्रदर्शन लोक इंसाफ पार्टी ने किया था। मामला पायल थाने से जुड़ा है। थाने के बाहर धरने पर बैठने पर पुलिस ने पार्टी के लोकसभा हल्का इंचार्ज मनविंदर सिंह ग्यासपुरा, हल्का इंचार्ज सरबजीत सिंह कंग और बाकी कार्यकर्ताओं पर डंडे बरसाए। उन्हें पकड़कर खींचा, जिससे उनकी पगड़ियां गिर गई या खुल गईं। मामला रविवार का है।
पुलिस ने बातचीत के लिए बुलाया था
आरोप है कि मनविंदर सिंह ग्यासपुरा को थाने में बातचीत के लिए बुलाया गया था। वहां बहस होने पर पुलिस ने डंडे बरसा दिए। इस मामले में एसएसपी हरप्रीत सिंह ने कहा कि मामला दिखवाया जा रहा है। ग्यासपुरा ने आरोप लगाया कि उनकी पार्टी सरपंच के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थी। लेकिन पुलिस ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। वहीं, थाना मलौद प्रमुख करनैल सिंह ने कहा कि कार्यकर्ता पुलिस से हाथापाई कर रहे थे। पुलिस ने किसी की पगड़ी नहीं उतारी।