सार
आरोपी ने 30 दिसंबर को होटल में कमरा बुक किया था। 27 वर्षीय प्रेमिका नर्स थी। आरोपी फिलहाल जमानत पर बाहर था। पुलिस को मिलीं आरोपी की होटल में मौजूदगी के CCTV फुटेज मिले हैं।
चंडीगढ़. 9 साल बाद एक सनकी प्रेमी ने अपनी दूसरी प्रेमिका का भी मर्डर कर दिया। आरोपी ने प्रेमिका का बेरहमी से गला रेंत दिया। पहली प्रेमिका को भी आरोपी ने इसी तरीके से मारा था। आरोपी पहली प्रेमिका के मर्डर के इल्जाम में उम्रकैद की सजा भुगत रहा था। अभी वो जमानत पर बाहर था। आरोपी ने इंडिस्ट्रयल एरिया फेज-2 स्थित स्काई होटल में 30 दिसंबर को एक कमरा बुक किया था। मृतका संगरूर की रहने वाली थी। वो मोहाली के एक हॉस्पिटल में नर्स थी। वो समीप ही एक गर्ल हॉस्टल में रहती थी। आरोपी पहले इंडस्ट्रियल एरिया में नौकरी करता था। तीन महीने पहले उसने नौकरी छोड़ दी थी।
प्रेमिका के परिजनों ने किया था इंटरकास्ट मैरिज से मना..
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि 27 वर्षीय सरवजीत कौर संगरूर जिले के भवानीगढ़ के काकरा गांव की रहने वाली थी। सरवजीत और आरोपी मनिंदर एक दूसरे से प्रेम करते थे। वे शादी करना चाहते थे, लेकिन सरवजीत के परिजन इस इंटर कास्ट मैरिज के लिए राजी नहीं थे। मनिंदर ने नये साल का जश्न मनाने के बहाने सरवजीत को होटल लेकर गया था। वहां उसने कमरा नंबर 301 बुक कराया था। होटल स्टाफ ने बताया कि आरोपी ने अपने ड्राइविंग लाइसेंस और आधार कार्ड के आधार पर चेकइन किया था। एक जनवरी की दोपहर करीब 12 बजे जब फोन करके के बाद भी कमरे से कोई रिप्लाई नहीं मिला, तो मास्टर चाबी से रूम खोला गया। वहां बेड पर लड़की की लहूलुहान लाश पड़ी थी।
2010 में की थी पहली प्रेमिका की हत्या...
पुलिस के मुताबिक मनिंदर सिंह सेक्टर-30 में रहता है। उसने 2010 में हरियाणा के करनाल स्थित कर्ण लेक के पास अपनी पहली प्रेमिका को भी इसी तरीके से मार डाला था। इसी मामले में मनिंदर को उम्र कैद की सजा हुई थी। मनिंदर ने इस सजा के खिलाफ पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में अपील की थी। आरोपी के दो बड़ी बहने हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। उसके पिता कारपेंटर हैं।
2 साल से एक-दूसरे से प्रेम करते थे
मनिंदर और सरवजीत पिछले 2 साल से एक-दूसरे को प्यार करते थे। वे शादी की प्लानिंग कर रहे थे। इसी 10 दिसंबर को सरवजीत के भाई की शादी हुई थी। इसी दौरान मनिंदर ने सरवजीत के परिजनों से अपनी शादी की बात की थी। लेकिन मना किए जाने के बाद से अंदर से गुस्सा था।