सार

अभी हाल ही में प्रकाश बादल कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। हालांकि बाद में इलाज के बाद उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ गई थी। बताया जा रहा है कि कोरोना से ठीक होने के बाद उन्हें कमजोरी महसूस हो रही थी। प्रकाश सिंह बादल विधानसभा चुनाव में लंबी सीट से चुनावी मैदान में हैं। 

चंडीगढ़ :  पंजाब (Punjab) के पूर्व मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल (Parkash Singh Badal) की तबीयत अचानक बिगड़ गई है। उन्हें अब PGI चंडीगढ़ में भर्ती कराने की तैयारी की जा रही है। कहा जा रहा है कि वह पिछली रात से ही बीमार हैं, जिसके चलते पीजीआई में दाखिल कराने की तैयारी है, मगर अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। शिअद के कई नेता उनका हाल जानने के लिए लंबी और चंडीगढ़ पहुंच रहे हैं। प्रकाश सिंह बादल विधानसभा क्षेत्र लंबी से शिअद के उम्मीदवार हैं। उनका यहां से यह 5वां चुनाव है और वह पिछले लंबे समय से प्रचार भी कर रहे हैं।

कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे
प्रकाश सिंह बादल कुछ दिन पहले कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे और वह करीब 5 दिन तक दयानंद मेडिकल कॉलेज लुधियाना में दाखिल रहे थे। यहां से स्वस्थ होने के बाद वह लंबी चले गए और दोबारा से चुनाव प्रचार में व्यस्त हो गए थे। प्रकाश सिंह बादल को डॉक्टरों ने आराम करने की सलाह दी है, मगर वह राजनीति में सक्रिय रहना चाहते हैं और चुनाव भी लड़ रहे हैं। उन्होंने अपना चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया था, लेकिन इसी बीच उनकी तबीयत खराब हो गई थी। इस वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

लंबी से लड़ रहे हैं चुनाव
प्रकाश सिंह बादल अकाली दल के सीनियर नेता है। विधानसभा चुनाव में इस तरह से उनका बीमार होना पार्टी के लिए भी खासी चिंता का विषय बना हुआ है। वह लंबी से लगातार विधायक बनते रहे हैं। इस बार भी उन्होंने लंबी से अपना पर्चा दाखिल कर रखा है। हालांकि यह माना जा रहा था कि बादल इस बार चुनाव नहीं लडे़ंगे, लेकिन बाद में उन्होंने चुनाव लड़ने का ऐलान करते हुए अपना पर्चा दाखिल कर दिया था।

खुद चुनाव लड़ना चाहते थे बादल
सुखबीर बादल (Sukhbir Singh Badal) ने बताया कि प्रकाश सिंह बादल स्वयं चाहते थे कि वह चुनाव लड़े। क्योंकि उनका मन है कि वह अपने लोगों के बीच रहे। उनकी इस इच्छा के चलते ही चुनाव में उतरने का उन्होंने स्वयं निर्णय लिया था। उन्होंने अपना प्रचार भी काफी समय पहले कर दिया था। लेकिन बीमार होने की वजह से प्रचार थम गया था

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लगातार 10 चुनाव जीते हैं बादल
1969 के विधानसभा चुनावों के बाद से वरिष्ठ बादल हमेशा संसदीय और विधानसभा चुनावों में शीर्ष पर रहे हैं। उन्होंने लगातार 10 जीत दर्ज की। पहले पांच विधानसभा चुनाव (1969 से 1985 तक) उन्होंने गिद्दड़बाहा विधानसभा क्षेत्र से और अगले पांच चुनाव (1997 से 2017) तक लांबी विधानसभा सीट से लड़ा। उन्होंने 1957 में मलोट सीट से अपना पहला चुनाव जीता था। 1967 में गिद्दड़बाहा से हरचरण सिंह बराड़ से हार गए थे।

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