सार
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान 48 साल की उम्र में दूसरी बार शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं। भगवंत मान की शादी गुरुवार को चंडीगढ़ में होगी। उनकी होनेवाली पत्नी गुरप्रीत कौर पेशे से डॉक्टर हैं। बता दें कि पहली पत्नी से भगवंत मान के दो बच्चे हैं। दोनों अपनी मां के साथ अमेरिका में रहते हैं।
Bhagwant Mann Wedding: आम आदमी पार्टी के नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) 48 साल की उम्र में दूसरी बार शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं। भगवंत मान की शादी गुरुवार को चंडीगढ़ में होगी। उनकी होनेवाली पत्नी गुरप्रीत कौर (Gurpreet Kaur) पेशे से डॉक्टर हैं। बता दें कि भगवंत मान की शादी में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी पहुंचेंगे। बता दें कि भगवंत मान की पहली शादी इंदरप्रीत कौर से हुई थी। हालांकि, बाद में उनका तलाक हो गया।
परिवार से ज्यादा पंजाब को दी अहमियत :
भगवंत मान ने बताया था कि पॉलिटिक्स के चलते वो अपनी फैमिली को वक्त नहीं दे पा रहे हैं। इसलिए उनकी पत्नी से पहले उनसे दूरियां बनाई और बाद में तलाक ले लिया। तलाक के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट भी शेयर की थी। इसमें उन्होंने बताया था कि उन्होंने पंजाब को अपने परिवार से ज्यादा अहमियत दी। राजनीति के लिए वे पत्नी से अलग हो गए हैं।
पहली पत्नी भगवंत मान के दो बच्चे :
बता दें कि 2015 में भगवंत मान का पहली पत्नी इंदरप्रीत कोर से तलाक हो गया। उनके दो बच्चे एक बेटा और एक बेटी हैं। भगवंत मान की पहली पत्नी और दोनों बच्चे अमेरिका में रहते हैं।
भगवंत मान उठा रहे शादी का खर्च :
भगवंत मान की शादी गुरुवार को चंडीगढ़ में सिख रीति-रिवाज से होगी। शादी का खर्च खुद भगवंत मान ही उठा रहे हैं। वहीं, शादी की तैयारियों का जिम्मा आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा के जिम्मे है। शादी में आम आदमी पार्टी के कई सीनियर लीडर शामिल हो सकते हैं।
कॉमेडियन से सीएम तक का सफर :
भगवंत मान ने कॉमेडियन से पंजाब के सीएम बनने तक का सफर तय किया है। भगवंत मान पहली बार 2014 में संगरूर से सांसद बने थे। उस वक्त उनकी पत्नी इंद्रजीत कौर भी प्रचार में शामिल हुई थीं। हालांकि, एक साल बाद ही 2015 में उनका तलाक हो गया। इसके बाद भगवंत मान ने खुद को पूरी तरह राजनीति में झोंक दिया।
आप ने बनाया पंजाब का मुख्यमंत्री :
भगवंत मान 2019 में भी संगरूर से लोकसभा चुनाव जीता। आप ने 2022 में उन्हें पंजाब का सीएम कैंडिडेट बना दिया और 16 मार्च 2022 को उन्होंने पंजाब के सीएम के तौर पर शपथ ली। सीएम बनने के बाद उन्हें संगरूर लोकसभा सीट से इस्तीफा देना पड़ा, जहां से हाल ही में हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी हार गई।
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