सार
पंजाब में एक दिन पहले शुक्रवार को 24 घंटे में कुल 7986 नए कोरोना केस मिले थे। जबकि 31 मरीजों की मौत हो गई थी। 5932 लोग स्वस्थ होकर घर पहुंचे थे। राज्य में इस समय संक्रमण दर 18.75 है, जबकि कुल एक्टिव केस 55 हजार हो गए हैं।
चंडीगढ़। पंजाब में विधानसभा चुनाव के बीच कोरोनावायरस से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। राज्य में 24 घंटे में कोरोना से 28 मौतें हुई हैं, जबकि 7792 नए केस सामने आए हैं। जिससे एक्टिव मरीजों की संख्या 48183 हो गई है। राज्य में अब तक कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 7 लाख 222 हो गई है। 6 लाख 35 हजार 126 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं। यहां 842 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं और 95 मरीज वेंटिलेटर पर हैं।
पंजाब में एक दिन पहले शुक्रवार को 24 घंटे में कुल 7986 नए केस मिले थे। जबकि 31 मरीजों की मौत हो गई थी। 5932 लोग स्वस्थ होकर घर पहुंचे थे। राज्य में इस समय संक्रमण दर 18.75 है, जबकि कुल एक्टिव केस 55 हजार हो गए हैं। कोरोना से बिगड़ते हालात को देखते हुए हेल्थ विभाग ने चिंता व्यक्त की है। डायरेक्टर हेल्थ डॉक्टर गुरविंदर सिंह ने बताया कि इस बाबत उन्होंने चीफ सेक्रेटरी को स्थिति से अवगत कराया गया है। उन्होंने बताया कि हम अपनी ओर से हरसंभव कोशिश कर रहे हैं।
सख्ती नहीं कर पा रहा स्वास्थ्य विभाग
विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि हमारे सामने दिक्कत यह आ रही है कि अब हम सख्ती नहीं कर सकते। पुलिस भी इस दिशा में ज्यादा कुछ करने की स्थिति में नहीं है। रोक के बाद भी जगह-जगह सभा हो रही है। नेता और उनके समर्थक मास्क नहीं लगा रहे हैं। हम उन्हें ऐसा करते हुए देखने को मजबूर हो रहे हैं। हम कुछ नहीं कर सकते। बस देखने के सिवाय।
मास्क नहीं पहन रहे नेता और आम आदमी
हालांकि, चुनाव आयोग की ओर से नेताओं और पार्टियों को नोटिस दिए जा रहे हैं। इसके बाद भी स्थिति में कोई सुधार नहीं आ रहा है। पुलिस के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि हमारे सामने समस्या यह है कि मास्क न पहनने वालों के चालान हम कर नहीं सकते हैं। लोग खुद से मास्क पहन नहीं रहे हैं। मेडिकल स्टूडेंट्स आशीष कुमार का कहना है कि समस्या यह है कि लोग पता नहीं क्यों जागरूक नहीं है? क्यों उन्हें अपने स्वास्थ्य की चिंता नहीं है। आम आदमी तो क्या, पंजाब में तो नेता भी संक्रमित हो गए। इसके बाद भी कोई बचाव की दिशा में कुछ नहीं किया जा रहा है।
कोरोना पर ध्यान दे सरकार
पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल संक्रमित हो गए हैं। पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह भी संक्रमण से उभर रहे हैं। पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह भी पॉजिटिव आए हैं। जब नेता ही संक्रमण से बच नहीं पा रहे तो उनके समर्थकों का क्या हाल होगा? इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। आशीष का कहना है कि इससे पता चलता है कि हम किस तरह के समाज में जी रहे हैं। यहां स्वास्थ्य की चिंता न नेताओं का है, न ही आम आदमी को। पता नहीं क्यों हेल्थ हमारे नेताओं के एजेंडे में क्यों नहीं है? पंजाब के विधानसभा चुनाव में हेल्थ पर कोई बात नहीं हो रही है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि स्वास्थ्य को लेकर हमारे नीति निर्माता कितने संजीदा है। विधानसभा चुनाव की वजह से निश्चित ही पंजाब में कोरोना संक्रमण फैलने का गंभीर खतरा है। इस ओर ध्यान दिया जाना चाहिए।
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