सार
राघव चड्ढा ने बार-बार यह भी दावा किया कि यदि उन्हें (AAP) पावर मिलती है तो वह पंजाब में अवैध माइनिंग को रोकने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। चन्नी के सीएम बनने के बाद उन्होंने माइनिंग पर रोक लगाने का दावा भी किया था। इस मसले पर सिद्धू पंजाब के मतदाताओं को पार्टी और अपने साथ जोड़ने की पुरजोर कोशिश करते हैं।
मोहाली। पंजाब में आम आदमी पार्टी ने अवैध रेत खनन मामले में ईडी की रेड के बहाने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की घेराबंदी तेज कर दी है। पार्टी के सह प्रभारी और विधायक राघव चड्ढा ने बुधवार को मोहाली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सीएम चन्नी पर निशाना साधा। चड्ढा का कहना था कि एक तरफ तो कांग्रेसी अवैध माइनिंग रोकने का दावा करती है और दूसरी तरफ उनके सीएम के रिश्तेदारों के यहां अवैध माइनिंग के आरोप में छापेमारी होती है। इससे यह पता चल रहा है कि कांग्रेस की करनी और कथनी में कितना अंतर है। उन्होंने कहा कि ये छापेमारी कितनी बड़ी है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कल से चली छापेमारी आज दूसरे दिन भी चल रही है।
राघव ने कहा कि मैं चन्नी साहब से पूछना चाहता हूं कि आपमें और बादलों में क्या फर्क रह गया? बादलों ने अपनी सरकार में 7 स्टार होटल, ट्रांसपोर्ट और केबल माफिया शुरू किया। चन्नी साहब की सरकार आई तो वो रेता माफिया बनकर करोड़ों कमा रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि रेड में सीएम के रिश्तेदार भूपिंदर सिंह हन्नी के यहां के ठिकानों से 10 करोड़ नगद, 56 करोड़ का लेन-देन, लाखों का गोल्ड, लग्जरी कारें, फार्म हाउस के कागज मिले हैं। उन्होंने कहा कि यह अवैध माइनिंग को लेकर रेड चल रही है। इसलिए AAP मामले को उठा रही है।
अगर चन्नी के घर रेड पड़ी तो कितने मिलेंगे?
उन्होंने आगे कहा- आप सोचिए, अगर मुख्यमंत्री चन्नी के भतीजे के पास इतना कुछ मिला है तो अगर चन्नी के घर पर ईडी रेड पड़ जाए तो कितनी संपत्ति मिलेगी? उन्होंने ये भी कहा कि अगर चन्नी साहब 111 दिन की जगह 5 साल मुख्यमंत्री रहते तो ना जाने भ्रष्टाचार करके पंजाब की जनता को कितना लूट लेते। पंजाब में माइनिंग निश्चित ही एक बड़ा मुद्दा हमेशा से रहा है। क्योंकि माइनिंग करने वालों को सीधे-सीधे नेताओं का संरक्षण प्राप्त है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू हर बार अवैध माइनिंग का मामला उठाते रहे हैं। कैप्टन को घेरने के लिए भी उन्होंने अवैध माइनिंग के मामले को उठाया था। कैप्टन पर यह भी आरोप लगाए थे कि वह अवैध माइनिंग रोकने में कामयाब नहीं हुए।
आप सत्ता में आई तो माइनिंग रोकेंगे
राघव चड्ढा ने बार-बार यह भी दावा किया कि यदि उन्हें (AAP) पावर मिलती है तो वह पंजाब में अवैध माइनिंग को रोकने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। चन्नी के सीएम बनने के बाद उन्होंने माइनिंग पर रोक लगाने का दावा भी किया था। इस मसले पर सिद्धू पंजाब के मतदाताओं को पार्टी और अपने साथ जोड़ने की पुरजोर कोशिश करते हैं। बता दें कि सिद्धू अक्सर माइनिंग और लैंड माफिया का जिक्र करते हैं और सवाल उठाते हैं।
कांग्रेस नहीं दे पा रही है जवाब, उठ रहे सवाल
ईडी की छापेमारी पर अब पंजाब कांग्रेस कोई जवाब देने की स्थिति में नहीं है। सीएम चन्नी ने रेड को दबाने की कार्यवाही बताया। कांग्रेस की तरफ से प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी बयान जारी कर कहा कि यह दलित सीएम को डराने की कोशिश हो रही है। लेकिन इस मामले को अब जिस तरह से आम आदमी पार्टी ने उठाया है, इसका कोई जवाब कांग्रेस को सूझ नहीं रहा है।
अपनी बातों में फंस गई कांग्रेस
कांग्रेस के लिए दिक्कत यह है कि उनके प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू इस मामले को उठाने के लिए भारी भरकम शब्दों का प्रयोग करते रहे हैं। वह इसके लिए पहले की बादल सरकार तो आरोप लगाते ही रहे हैं, तत्कालीन सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी सवालों के घेरे में खड़ा करते रहे हैं। अब जिस तरह से चुनाव के बीच में सीएम के रिश्तेदारों के यहां अवैध माइनिंग के आरोप में ईडी ने रेड की, इससे कांग्रेस अपने बयानों में फंसती नजर आ रही है। इस रेड से विपक्ष को बैठे बिठाए एक मुद्दा मिल गया है। जिसकी काट कांग्रेस के पास फिलहाल तो नजर नहीं आ रही है। जिस तरह से अब आम में आम आदमी पार्टी ने इस मामले को जोर-शोर से उठाने का निर्णय लिया है इससे यह बात साबित हो रही है कि इस बार फिर चुनाव में यह बड़ा मुद्दा बनकर उभरे। इतना ही नहीं, आप के आरोपों पर कांग्रेसी और खासतौर पर नवजोत सिंह सिद्धू भी चुप्पी साधे हुए हैं।