सार

 पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और उसके सहयोगी दलों में सीटों का बंटवारा हो गया है। सोमवार को पार्टी मुख्यालय में गठबंधन के नेताओं ने संयुक्त रूप प्रेस कॉन्फ्रेंस की।

नई दिल्ली। पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और उसके सहयोगी दलों में सीटों का बंटवारा हो गया है। सोमवार को पार्टी मुख्यालय में गठबंधन के नेताओं ने संयुक्त रूप प्रेस कॉन्फ्रेंस की और सीटों के संबंध में जानकारी दी। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बताया कि पंजाब में भाजपा 65 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जबकि कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस 37 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और सुखदेव सिंह ढींढसा की पार्टी संयुक्त अकाली दल 15 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। 

नड्डा का कहना था कि पंजाब में हम NDA गठबंधन के तहत चुनाव लड़ रहे हैं। पंजाब में एनडीए गठबंधन जो हुआ है उसमें भाजपा, पंजाब लोक कांग्रेस और संयुक्त अकाली दल-ढिंढसा है। हम सब मिलकर पंजाब विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। बता दें कि बीजेपी पहली बार 65 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है। इससे पहले अकाली दल के साथ गठबंधन में भाजपा शहरी सीटों पर और मजबूत वोट बैंक वाली सीटों पर ही उम्मीदवार उतारती थी।

एनडीए सरकार जीरो टॉलरेंस पर काम करेगी: नड्डा
नड्डा का कहना था कि एनडीए की पंजाब में सरकार आई तो आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस नीति पर काम करेंगे। हमारे लिए पंजाब एक बॉर्डर स्टेट है और उसके साथ-साथ देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ राज्य है। देश की सुरक्षा के लिए पंजाब का मजबूत रहना और वहां एक मजबूत सरकार बनना देश और प्रदेश दोनों के लिए आवश्यक है। पाकिस्तान की हरकतें हमारे देश के लिए कैसी रही हैं, ये हमें मालूम है। हमने वहां पर देखा है कि ड्रग्स की औऱ हथियारों की स्मगलिंग का प्रयास वहां होता रहता है। नड्डा ने कहा कि पंजाब पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। सुरक्षा एक बहुत छोटा सा मुद्दा है। ये चुनाव स्थिरता और सुरक्षा के लिए है। पंजाब को पटरी पर लाना हमारा मकसद है। 1984 के दंगों की जांच के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एसआईटी का गठन किया है और आज आरोपी जेलों में हैं। हम पंजाब में 'माफिया राज' खत्म करेंगे।

हम कमिटमेंट के साथ पंजाब को आगे ले जाएंगे: नड्डा
नड्डा ने कहा कि पंजाब पर आज विशेष ध्यान देने की जरूरत है। पंजाब पहले जहां विकास की ओर अग्रसर था, आज वो नीचे खिसक रहा है। पंजाब को आर्थिक दृष्टि से सबल बनाना भी हमारी जिम्मेदारी होती है। केंद्र-राज्य के रिश्ते स्थिरता और सुरक्षा के लिए बहुत आवश्यक है, ये भी हमें याद रखना चाहिए। माफियाराज ने पंजाब को खोखला करने का काम किया है। आज जमीन माफिया, रेत माफिया, ड्रग माफिया से सभी पंजाब को खोखला कर रहे हैं। इसलिए NDA गठबंधन एक कमिटमेंट के साथ आगे बढ़ रहा है कि हम इस माफियाराज को समाप्त करेंगे।

ये चुनाव पंजाब को स्थिरता देने के लिए है: भाजपा
उन्होंने हम कभी भी गुरु गोबिंद सिंहजी के योगदान को नहीं भूल सकते, गुरु तेगबहादुरजी के बलिदान को हम कभी नहीं भूल सकते। जो शौर्य और बलिदान पंजाब का रहा है, उसे भारत सदैव याद रखेगा। पंजाब ने हमें सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक दृष्टि से हमें नेतृत्व दिया है। देश की सुरक्षा के लिए पंजाब के लोगों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। पंजाब ने देश को जो खाद्य सुरक्षा दी है, उसे भी देश कभी भूल नहीं सकता। पंजाब ने हमारी आशाओं को हमेशा पूरा किया है। ये चुनाव सिर्फ सत्ता परिवर्तन का ही माध्यम नहीं है, सरकार बदलना ही इस चुनाव का उद्देश्य नहीं है। ये चुनाव आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित करने के लिए और पंजाब को स्थिरता देने के लिए है।

देश विरोधी ताकतों के मंसूबे कामयाब नहीं होने देंगे: भाजपा
पंजाब सुरक्षित रहता है तो देश सुरक्षित रहता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के नेतृत्व में देश बहुत तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है। इसको डीरेल करने का कुत्सित प्रयास, देशविरोधी ताकतें करती हैं। इस डीरेल में पंजाब के थ्रू एक्टीविटी हो, ये देशविरोधी ताकतों की हमेशा मंशा रहती है। देश की सुरक्षा के लिए पंजाब में स्थिर और मजबूत सरकार बनना आवश्यक है। पाकिस्तान की हरकतें हमारे देश के लिए कैसी रही हैं, ये हमें मालूम है। हमने वहां पर देखा है कि ड्रग्स की और हथियारों की स्मगलिंग का प्रयास वहां होता रहता है। 

देश की एकता-अखंडता के लिए साथ आए हैं: कैप्टन
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि आज हमारे लिए खुशी का दिन है कि हम पंजाब में भाजपा के सहयोगी हैं। कई बार राजनीतिक मतभेद हो जाते हैं। लेकिन बाद में चीजें ठीक हो जाती हैं। हम देश की एकता, अखंडता और आतंकवाद से निपटने के लिए एक साथ आए हैं। पंजाब का 600 किलोमीटर एरिया पाकिस्तान के साथ मिलता है। मैंने सिद्धू को मंत्री पद से हटाया क्योंकि 70 दिन में एक भी फाइल पूरी नहीं की, उसे बुलाकर समझाया। नहीं माने तो हटा दिया। तब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की ओर से संदेश आया है कि सिद्धू को कैबिनेट में लो। यदि काम नहीं करेगा तो निकाल देना।

सुखदेव सिंह ढींढसा बोले- पंजाब में खेती के हाल बुरे, किसान भी कर्ज में, इस पर ध्यान देंगे
सुखदेव सिंह ढींढसा बोले कि पंजाब की स्थिति खराब हो गई है। पंजाब अपने पांवों पर कैसे आए, यह चिंता की बात है। इस वक्त पंजाब में इंडस्ट्री पलायन कर रही है, इसे कैसे रोकना है यह सोचने का बात है। पंजाब के भाइचारे के लिए हमने गठबंधन किया है। ढींढसा ने प्रधानमंत्री का आभार जताया कि उन्होंने पंजाब की मांगों की ओर ध्यान दिया। मोदीजी ने तीन कृषि कानून को वापस लेकर बड़ा दिल दिखाया है। जो सिख कैदी सजा पूरी कर चुके हैं उन्हें छोड़ा जाए। वो 20-20 साल से जेल में हैं, उन्हें अब रिहा किया जाए। पंजाब की खेती की बुरी हालत है। किसान कर्जदार हो गए हैं, उनकी आर्थिक समद्धि के लिए काम करना है। पंजाब को बचाने के लिए पंजाब की इंडस्ट्री को बचाने की ओर ध्यान दिया जाए। पंजाब में रेत माफिया, ट्रांसपोर्ट माफिया और नशा माफिया को रोकने के लिए काम करें। पंजाब सरहदी स्टेट है, इसलिए इस ओर ध्यान ज्यादा देने की जरूरत है। पंजाब ने देश की आजादी से लेकर देश के विकास में बढ़-चढ़ कर भाग लिया। पंजाब को बचाने और विकास के रास्ते पर ले जाने के लिए वह कैप्टन और भाजपा ने साथ आने का निर्णय लिया है।

बता दें कि इससे पहले बैंस बंधुओं की लोक इंसाफ पार्टी के साथ गठबंधन की चर्चा थी, लेकिन बात नहीं बन सकी। एलईपी 15 सीटें मांग रही थी। इतनी सीटें भाजपा देने के लिए तैयार नहीं थी। बता दें कि 2017 के पंजाब विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 77 सीटें जीतकर राज्य में पूर्ण बहुमत हासिल किया था और 10 साल बाद शिअद-भाजपा सरकार को बाहर कर दिया।

पंजाब चुनाव में ऐसा है पूरा कार्यक्रम
कुल विधानसभा सीटें- 117
नोटिफिकेशन जारी होने की तारीख- 25 जनवरी
नामांकन की आखिरी तारीख- 1 फरवरी
नामांकन पत्रों की जांच- 2 फरवरी
नाम वापसी की अंतिम तारीख- 4 फरवरी
मतदान- 20 फरवरी
रिजल्ट- 10 मार्च