सार
हाइकोर्ट ने 5 जनवरी को सुनवाई के दौरान राज्य सरकार से 8 जनवरी तक नोटिस का रिप्लाई मांगा था। मजीठिया की तरफ से वकील मुकुल रोहतगी और आरएस चीमा पेश हुए। जबकि सरकार की तरफ से पी चिदंबरम पेश हुए और मजीठिया की जमानत का विरोध किया।
चंडीगढ़ : पंजाब (Punjab) में ड्रग्स मामले में आरोपी शिरोमणि चल रहे शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) के विधायक बिक्रम सिंह मजीठिया (Bikram Singh Majithia) को बड़ी राहत मिली है। पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने बिक्रम मजीठिया को अग्रिम जमानत दे दी है। हाईकोर्ट ने अपने फैसले में बुधवार तक बिक्रम मजीठिया की गिरफ्तारी पर रोक लगाई है। हाईकोर्ट की ओर से हालांकि बिक्रम मजीठिया को जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है। बिक्रम मजीठिया की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान पंजाब सरकार की और से पी चिदंबरम और मजीठिया की ओर से सीनियर वकील मुकुल रोहतगी पेश हुए।
चुनाव लड़ने पर संशय बरकरार
विधानसभा चुनाव (Punjab Election 2022) की तारीखों का ऐलान हो गया है। इधर, शिरोमणि अकाली दल (SAD) के नेता बिक्रम मजीठिया के चुनाव लड़ने पर संशय बना हुआ है। वे चुनाव लड़ पाएंगे या नहीं, ये हर कोई जानना चाहता था। क्योंकि बिक्रम मजीठिया पर हाल ही में ड्रग तस्करी का केस दर्ज करवाया है। इसके बाद से वे फरार चल रहे हैं। उन्होंने पंजाब एंड हरियाणा हाइकोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका लगाई थी, जिस सोमवार को सुनवाई हुई। इस मामले में पिछली सुनवाई 5 जनवरी को हुई थी। तब कोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। मजीठिया के वकील ने दावा किया कि राजनीति के तहत उनसे बदला लिया जा रहा है। राज्य में चुनावी फायदा उठाने की कोशिश का भी आरोप लगाया है।
क्या है सरकार के आरोप
पंजाब सरकार का कहना है कि बिक्रम पर तथ्यों के आधार पर केस दर्ज किया गया है और पूछताछ के लिए गिरफ्तारी जरूरी है। इससे पहले मोहाली कोर्ट ने मजीठिया की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी, जिसके बाद मजीठिया ने हाईकोर्ट में अपील की। जब से मजीठिया के खिलाफ NDPS ऐक्ट में केस दर्ज हुआ है, तब से अंडरग्राउंड चल रहे हैं। बिक्रम मजीठिया अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर के भाई हैं। बता दें कि बिक्रम मजीठिया पंजाब सरकार में मंत्री रहे हैं और लगातार 3 बार से विधायक चुने जा रहे हैं। उनके खिलाफ पंजाब पुलिस ने लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया है।
ये है मामला....
पंजाब में 2013 में 6 हजार करोड़ रुपए के ड्रग्स रैकेट का खुलासा हुआ था। इस मामले में पुलिस ने अनूप सिंह काहलो को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में एक आरोपी ने मजीठिया का नाम लिया था। ड्रग्स माफिया से मजीठिया के रिश्तों का आरोप भी लगा। मई 2018 में STF ने हाइकोर्ट में सीलबंद रिपोर्ट पेश की, उस दौरान मजीठिया से पूछताछ हुई थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। तब से कांग्रेस के कई नेता मजीठिया पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। हाल ही में पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने भी बिक्रम मजीठिया पर कार्रवाई की बात कही थी। उसके बाद चन्नी सरकार ने मजीठिया के खिलाफ NDPS एक्ट में केस दर्ज किया।
इसे भी पढ़ें-Punjab Election 2022: कैप्टन अमरिंदर सिंह की PLC के विस्तार पर विवाद, महासचिव बने हीरो बोले- मैं कांग्रेसी
इसे भी पढ़ें-Punjab Election 2022 : AAP उम्मीदवारों की 9वीं लिस्ट जारी, देखिए किसे कहां से मिला टिकट