सार
आखिर वही हुआ.. जिसका अंदेशा था। पंजाब विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस ने मोगा से अपने विधायक डॉ. हरजोत सिंह कमल का टिकट काट दिया और एक्टर सोनू सूद की बहन मालविका सूद को उम्मीदवार बनाया है।
चंडीगढ़। आखिर वही हुआ.. जिसका अंदेशा था। मोगा से विधायक डॉ. हरजोत सिंह कमल ने शनिवार शाम को कांग्रेस छोड़ दी और बीजेपी में शामिल हो गए। संभावना है कि वे भाजपा गठबंधन से मोगा विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे और सोनू सूद की बहन मालविका सूद को टक्कर देंगे। बता दें कि कुछ घंटे पहले ही कांग्रेस ने अपने 86 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। इसमें मोगा से डॉ. हरजोत सिंह कमल का टिकट काट दिया और मालविका सूद को प्रत्याशी बनाया है। पार्टी के इस निर्णय से कमल के समर्थकों में देखी जा रही है।
बता दें कि मालविका सूद ने 5 दिन पहले ही सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की उपस्थिति में कांग्रेस जॉइन की है। कांग्रेस के दोनों नेताओं ने शुरुआत से ही इस बात के संकेत दिए थे कि मालविका सूद को पार्टी मोगा विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाएगी। इसके साथ ही डॉ. हरजोत कमल का टिकट कटना तय हो गया था। हालांकि, हरजोत कमल के समर्थकों ने कांग्रेस के मोगा जिला कार्यालय के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया था। हरजोत कमल ने कहा कि उनके समर्थकों में पार्टी के फैसले से गुस्सा है और पार्टी ने ये एकतरफा फैसला लिया है। इधर, सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने हरजोत कमल को पार्टी में ही बने रहने की अपील की थी। चन्नी ने कहा था कि हरजोत कमल पार्टी का अहम हिस्सा हैं और भविष्य में उन्हें कोई नई और बड़ी जिम्मेदारी जरूर देंगे।
मालविका सूद को हराने में पूरी ताकत लगा देंगे
हरजोत सिंह पहली बार मोगा से विधायक बने थे। हालांकि उनका दावा है कि 46 गांव की पंचायत और मोगा के नगर काउंसिल उनके साथ हैं। उन्होंने यह भी दावा किया था कि यदि उन्हें टिकट नहीं मिलता तो यह सभी कांग्रेस को छोड़ देंगे लेकिन अभी तक किसी ने भी कांग्रेसी नहीं छोड़ी। हरजोत सिंह से जब इस मुद्दे पर बातचीत की तो उन्होंने बताया कि वह अभी बाहर हैं, बीजेपी को ज्वाइन करने की औपचारिकताएं पूरी की हैं। वह देर रात तक मोगा आ जाएंगे और इसके बाद दिखेगा कि किस तरह से कांग्रेस से लोग उनके पक्ष में इस्तीफे देते हैं। उन्होंने कहा कि अब उनका एकमात्र उद्देश्य मालविका सूद की हार सुनिश्चित करना है और इसके लिए वह अपनी पूरी ताकत लगा देंगे।
इनके टिकट काटे गए
- श्री हरगोबिंदपुर से बलविंदर सिंह लाडी। लाडी के बारे में कहा जा रहा है कि वे तो कहीं के नहीं रहे। कुछ दिन पहले टिकट कटने की आशंका हुई तो बीजेपी में चले गए। बाद में कांग्रेस नेताओं ने टिकट देने का आश्वासन दिया तो 5 दिन बाद वापस कांग्रेस में आ गए। लेकिन, शनिवार को पहली सूची आई तो उनका नाम गायब था। श्रीगोबिंदपुर से कांग्रेस ने मनदीप सिंह रनगर नांगल को टिकट दिया है।
- मुकेरिया से रजनीस कुमार बपगी का टिकट काट दिया गया। उनकी जगह इंदू बाला को टिकट दिया गया है।
- फाजिल्का के बल्लूआना में नाथूराम का टिकट काट दिया गया। उनकी जगह राजेंद्र कौर को टिकट दिया गया है।
- मलोट से विधायक और विधानसभा के उपसभापति अजैयब सिंह की टिकट काट दिया गया। उनकी जगह बठिंडा देहात से विधायक रूपिंद्र कोर रूबी को टिकट दिया गया। उन्होंने कुछ दिन पहले ही आप छोड़कर कांग्रेस जॉइन की थी।
14 फरवरी को मतदान, 10 मार्च को नतीजे
पंजाब में 14 फरवरी को मतदान होगा। वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी। 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिला था। पार्टी को 77 सीटों पर जीत मिली थी। 20 सीट जीतकर आम आदमी पार्टी दूसरे नंबर की पार्टी बनी थी। वहीं, शिरोमणि अकाली दल को सिर्फ 15 और बीजेपी को तीन सीट पर जीत मिली थी। पंजाब में विधानसभा के 117 सीट हैं।
मोगा से हरजोत कमल का टिकट काट सोनू सूद की बहन मालविका को टिकट देगी कांग्रेस