सार

AAP के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पिछले 10 साल से इन लोगों ने खून पसीने से पार्टी को पंजाब में खड़ा किया लेकिन जब इलेक्शन की बारी आई तो कांग्रेस और दूसरी पार्टियों से आ रहे नेताओं को टिकट दिया जा रहा है।

जालंधर : पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Election 2022) से पहले शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (AAP) के सामने उस वक्त अजीबो-गरीब स्थिति पैदा हो गई जब पार्टी के कार्यकर्ता टिकट बंटवारे को लेकर आपस में भिड़ गए। दरअसल, कांग्रेस (Congress) के युवा नेता और पूर्व पार्षद दिनेश ढल्ल ने आम आदमी पार्टी जॉइन की। उन्हें पंजाब AAP के प्रभारी राघव चड्ढा ने पार्टी जॉइन करवाया। इसके बाद राघव चड्ढा एक तरफ जहां प्रेस करने लगे। इसी दौरान पार्टी के कार्यकर्ता वहां पहुंच गए और जमकर नारेबाजी करने लगे। इस दौरान अंदर प्रेस कॉन्फ्रेंस चलती रही और बाहर जोरदार हंगामा।

राघव चड्ढा का विरोध
दिनेश ढल्ल को पार्टी में शामिल करने पहुंचे पार्टी सह प्रभारी राघव चड्ढा के सामने ही पार्टी कार्यकर्ता हंगामा करने लगे। टिकट न मिलने से नाराज चल रहे जालंधर वेस्ट हलके से डॉ. शिवदयाल माली, सेंट्रल विधानसभा हलके से डॉ. संजीव शर्मा और इकबाल सिंह ढिंढसा के समर्थकों ने प्रेस क्लब के बाहर राघव चड्ढ़ा को काले झंडे दिखाकर विरोध जताया और जमकर बवाल काटा। इस बीच आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जमकर धक्कामुक्की और मारपीट की। बात यहां तक पहुंच गई कि आप कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर ईंट और पत्थर भी चला दिए। 

पार्टी ने हमारी अनदेखी की - कार्यकर्ता
विरोध कर रहे कार्यकर्ताओंका आरोप है कि पिछले 10 साल से इन लोगों ने खून पसीने से आम आदमी पार्टी को पंजाब में खड़ा किया लेकिन जब इलेक्शन की बारी आई तो कांग्रेस और दूसरी पार्टियों से आ रहे नेताओं को टिकट दिया जा रहा है। यह सरासर गलत है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने राघव चड्ढ़ा पर पैसे लेकर टिकट बांटने का गंभीर आरोप लगाया। तीनों विधानसभा हलको, जालंधर वेस्ट, जालंधर नॉर्थ और जालंधर सेंट्रल विधानसभा हलको से टिकट का दावा करने वाले डॉ. माली, इकबाल सिंह ढिंढसा और जोगिंदर पाल शर्मा ने आरोप लगाया है कि पार्टी ने पुराने कार्यकर्ताओं को दरकिनार करते हुए ये टिकटें बेच दी हैं।  

हर हाल में लड़ेंगे चुनाव - ढिंढसा
वहीं इकबाल सिंह ढिंढसा ने कहा कि वे किसी भी सूरत में अपनी विधानसभा नहीं छोड़ेंगे और सेंट्रल विधानसभा हलके से विधानसभा चुनाव जरूर लड़ेंगे। अगर उन्हें टिकट नहीं मिला तो निर्दलीय ही मैदान में उतरेंगे। अब यह पार्टी को तय करना है कि इस सीट से किसे उम्मीदवार बनाना है। वहीं डॉ. संजीव शर्मा का कहना है कि वह पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ सलाह-मशविरा कर अपनी राय देंगे। बता दें कि डॉ. शर्मा कोरोना संक्रमित होने के चलते होम आइसोलेशन में हैं।

नाराज कार्यकर्ता हमारे अपने - चड्ढ़ा
वहीं कार्यकर्ताओं की नाराजगी पर पहले तो राघव चड्ढ़ा ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि आज नाराज चल रहे पार्टी कार्यकर्ता हमारे अपने हैं। इन कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर बात की जाएगी और उनकी नाराजगी को दूर करने का प्रयास किया जाएगा। टिकट नहीं मिलने से थोड़ी बहुत नाराजगी होती ही रहती है। जो कि बातचीत से हल कर ली जाएगी। 

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