सार

बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष मायावती ने लखनऊ में कहा कि पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बसपा-अकाली गठबंधन मिलकर लड़ेगा और इस चुनाव में कांग्रेस का सफाया हो जाएगा। हालांकि मायावती ने अपने मैसेज में एक बार भी भाजपा का नाम नहीं लिया है। मायावती ने पंजाब में शिअद के 100 साल पूरे होने पर पार्टी के नेताओं को बधाई दी।

नई दिल्ली। पंजाब में विधानसभा चुनाव (Punjab Election 2022) नजदीक हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव में उतरने का रोडमैप तैयार कर लिया है। बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने मंगलवार को अकाली दल के 100 साल पूरे होने पर बधाई और ये साफ किया कि वे पंजाब (Punjab) चुनाव में शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) के साथ चुनाव लड़ने जा रही हैं। मायावती ने कहा कि पंजाब में अकाली-बसपा (BSP-Akali Alliance) की साझा सरकार बनेगी, इसी रणनीति के साथ चुनाव में उतरा जाएगा। उन्होंने कांग्रेस (Congress) पर हमला बोला। लेकिन, बीजेपी (BJP) के बारे में कुछ नहीं कहा।

बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष मायावती ने लखनऊ में कहा कि पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बसपा-अकाली गठबंधन मिलकर लड़ेगा और इस चुनाव में कांग्रेस का सफाया हो जाएगा। हालांकि मायावती ने अपने मैसेज में एक बार भी भाजपा का नाम नहीं लिया है। मायावती ने पंजाब में शिअद के 100 साल पूरे होने पर पार्टी के नेताओं को बधाई दी और कहा कि देश में कम ही ऐसी पार्टियां हैं जिन्होंने 100 वर्षों से ज्यादा लोगों की सेवा की है। उनमें से शिअद भारत की पुरानी क्षेत्रीय पार्टी है, जो 100 साल से पंजाब की जनता के लिए निरंतर संघर्ष करती रही है और अभी भी कर रही है।

मायावती बोलीं- पंजाब का मेरे हृदय में रहा विशेष स्थान
मायावती ने कहा, ‘पंजाब का मेरे ह्रदय में विशेष स्थान रहा है। दशकों से बसपा और पंजाब के लोगों के मजबूत रिश्ते रहे हैं। पंजाब बसपा के संस्थापक काशीरामजी की जन्मभूमि होने के साथ वह महान भूमि भी है, जहां से उन्होंने बहुजन समाज के उत्थान के लिए काफी संघर्ष किया।’ बता दें कि पंजाब में अगले साल की शुरूआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बसपा और शिअद ने गठबंधन किया है।

यूपी में सपा-भाजपा पर हमला...
मायावती ने बिना नाम लिए समाजवादी पार्टी (samajwadi party) को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले दूसरी पार्टियों के निष्काषित और स्वार्थी किस्म के लोगों को शामिल करने से कोई पार्टी मजबूत नहीं होती। मायावती ने यूपी में सत्ताधारी भाजपा पर निशाना साधा और कहा- ‘चुनाव घोषित होने से कुछ समय पहले केंद्र और उत्तर प्रदेश की सरकार द्वारा ताबड़तोड़ घोषणाएं, शिलान्यास और आधे-अधूरे कार्यों के उद्घाटन से भी पार्टी का जनाधार बढ़ने वाला नहीं है। राज्य की जनता अब यह अच्छी तरह से समझ चुकी है। मैं प्रदेश की जनता को ऐसे सभी हथकंडों से सावधान रहने की अपील करती हूं।’ 

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