सार
हरप्रीत कौर ने अपने परिवार के खिलाफ जाकर 22 नवंबर 2020 को गुरप्रीत के साथ शादी की थी। दोनों के रिश्ते से हरप्रीत का परिवार की कोई रजामंदी नहीं थी। जब लड़की के पिता और भाइयों को इस लव मैरिज के बारे में पता चलो तो वह गुरुप्रीत से रंजिश रखने लगे।
जालंधर (पंजाब). आज के समय में भी हमारे देश में ऐसा कई जगह देखने को मिलता है, जहां कोई लड़की अपनी पसंद से शादी करे तो उसको इसका अंजाम भगुतना पड़ता है। विवाह के बाद या तो बेटी की हत्या कर दी जाती है, या फिर लड़की को मार दिया जाता है। ऐसा ही एक मामला पंजाब के अमृतसर जिले से सामने आया है, जहां दो महीने पहले एक लड़की लव मैरिज करके दुल्हन बनी थी। लेकिन दो माह बाद ही उसको उसके परिवार वालों ने विधवा कर दिया। यानि कि उसके पति की हत्या कर डाली। दामाद को पहले अगवा किया और उसके साथ मारपीट कर मार डाला।
जहरीला इंजेक्शन देकर दामाद को मार डाला
दरअसल, यह मामला अमृतसर जिले के पंधेर कलां गांव का है, जहां शनिवार देर रात गुरप्रीत सिंह नाम के युवक की हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि गुरप्रीत को जहरीला इंजेक्शन लगाकर मौत के घाट उतारा गया है। थाना प्रभारी मनतेज सिंह ने बताया कि गुरप्रीत को जहरीला इंजेक्शन लगाकर मौत के घाट उतारा गया है। जहां पर शव मिला वहीं मौके पर एक सिरिंज भी पड़ी थी। इसके अलावा युवक के हाथ पर टीके का निशान था। वहीं पुलिस को मामले की जानकारी देते हुए मृतक के भाई राजू ने आरोप लगाया कि ससुरालियों ने उसके भाई का अपहरण करके हत्या कर दी है।
बेटी की पसंद से नफरत करते थे घरवाले
मृतक के भाई राजू की शिकायत के आधार पर पुलिस ने महदीपुर गांव के जगीर सिंह, उसके दो बेटे गुरप्रीत सिंह, मलकीयत सिंह, उसके भाई कश्मीर सिंह और 5 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस कर लिया है। राजू ने बताया कि गरुप्रीत उसका बड़ा भाई था, जो ड्राइवर नौकरी करता था। कुछ साल पहले उसकी पहचान जगीर सिंह की बेटी हरप्रीत कौर से अफेयर चल रहा था। दोनों ने लॉकडाउन के बाद लव मैरिज करने की ठान ली। जबकि हरप्रीत कौर के परिवार वाले इस बात को राजी नहीं थे।
दो महीनों ही खत्म हो गई प्यारी लव स्टोरी
बता दें कि हरप्रीत कौर ने अपने परिवार के खिलाफ जाकर 22 नवंबर 2020 को गुरप्रीत के साथ शादी की थी। दोनों के रिश्ते से हरप्रीत का परिवार की कोई रजामंदी नहीं थी। जब लड़की के पिता और भाइयों को इस लव मैरिज के बारे में पता चलो तो वह गुरुप्रीत से रंजिश रखने लगे। इसके बाद उन्होंने युवक को मौत के घाट उतनारने का प्लान भी बना लिया था। कई बार तो गुरप्रीत सिंह को जान से मारने की धमकियां भी दीं, लेकिन उसने कुछ नहीं कहा।
ऐसे युवक को उतारा मौत के घाट
राजू ने बताया कि वह गुरप्रीत को अकसर बस अड्डे तक छोड़ने जाया करता था। यहीं बस अड्डे पर ही जगीर सिंह की पंचर जोड़ने की दुकान पड़ती है। कई बार तो हमों रोक कर जान से मारने की कोशिश की, लेकिन हम भाग निकले। शनिवार को जब हमारा एक रिस्तेजार सतनाम सिंह बाइक से गुरप्रीत सिंह को फतेहगढ़ छोड़ने गया हुआ था। इसी दौरान बीच रास्ते में कुछ लोग इनोना कार से आए और बाइक पर हमला करते हुए गुरुप्रीत को बैठाकर कार में ले गए। जब उसकी तलाश की गई तो ईंटों के भट्टे के पास देर रात उसका शव मिला।