सार

यह खबर एक ALERT है! बगैर पुलिस वेरिफिकेशन के नौकर कभी नहीं रखें। इस फैमिली ने भी पुलिस की हिदायत को नजरअंदाज किया। नतीजा, नौकर ने इतना बड़ा विश्वासघात किया कि मालकिन सुनाते हुए कांप रही थी। जानिए पूरी दास्तां...

लुधियाना(पंजाब). एक नौकर ने अपने मालिक को धोखा दे दिया। उसने मौका पाकर अपने दोस्तों को बुलाया और घर में डाका डाल दिया। नौकर और उसके साथी 30 लाख रुपए कैश, 25 लाख रुपए कीमत की ज्वेलरी और पांच लाख रुपए कीमत का अन्य सामान समेट ले गए। घटना गुरुवार को बाड़ेवाल रोड स्थित पंचशील विहार एरिया में हुई। घटना के वक्त मालकिन घर में अकेली थी। नौकर ने इसी बात का फायदा उठाया। 

थाना सराभा नगर प्रभारी सब इंस्पेक्टर मधुबाला ने बताया कि होजरी कारोबारी राकेश कुमार सुबह 10.30 बजे काम के सिलसिले में घर से निकल गए थे। घर पर उनकी पत्नी सोनिया(48) और नेपाली नौकर राजू उर्फ छोटू मौजूद थे। करीब आधा घंटे बाद छोटू के दो अन्य साथी भी घर में आ धमके। तीनों ने मालकिन को बंधक बनाया। आरोपी करीब एक घंटे घर में  कीमती सामान ढूंढते रहे। बाद में घर का ताला लगाकर भाग निकले। दम्पती का 16 वर्षीय बेटा जब घर पहुंचा, तब दरवाजा तोड़कर वो अंदर घुसा।

 

मालकिन के पेट पर बैठ गया छोटू
सोनिया ने आपबीती बताई कि नौकर ने उन्हें कुछ सुंघाने की कोशिश की। लेकिन वो नाकाम रहा। इस बीच उसके दोनों साथी भी अंदर घुस आए। वे अलमारी की चाबी मांग रहे थे। जब मना किया, तो उन्हें पीटा। बाथरूम में ले जाकर मुंह टब में डुबोया। आरोपियों ने उनके हाथ-पांव बांधकर बेड पर लिटा दिया। इसके बाद छोटू उनके पेट पर बैठ गया। उसने मुंह पर मुक्के मारे। इससे घबराकर उन्होंने चाबी दे दी। जब बदमाश अलमारियां खंगाल रहे थे, तो उन्होंने शोर मचा दिया। इससे गुस्से में आकर आरोपियों ने उन्हें फिर पीटा। आरोपी छुरे और पेचकस से उन्हें डराते रहे। करीब पौने 2 बजे पुलिस को सूचना दी गई।

 

मालिक ने ही दिलाई थी सिम..
आरोपी को 12 दिन पहले ही नौकरी पर रखा था। मालिक ने उसे अपने नाम पर सिम दिलवाई थी। राकेश कुमार ने बताया कि वे दो दिन पहले ही कश्मीर से लौटे थे। वहां से कुछ काम का ऑर्डर मिला था। ये पैसे एडवांस में मिले थे। दिसंबर में उनकी बेटी कनाडा से आने वाली थी। तब एक पार्टी रखी गई थी। इसलिए ज्वेलरी घर पर रखी हुई थी।