सार
भावुक करने वाली यह घटना पंजाब के बरनाला की है। बेटा अपनी मां का इलाज कराना चाहता था, लेकिन पैसों का इंतजाम नहीं हो पा रहा था।
बरनाला, पंजाब. यह घटना सामाजिक और सरकारी व्यवस्थाओं के मुंह पर करारा चांटा मारती है। बेटा अपनी मां से बहुत प्यार करता था। मां लंबे समय से बीमार थी। बेटा मजदूरी करके घर-परिवार चला रहा था। बेटा जैसे-तैसे मां का इलाज कराता रहा। लेकिन मां के इलाज पर काफी पैसा खर्च होना था। बेटा अपनी मां की तकलीफ नहीं देख पा रहा था। जब उसे कहीं से मदद नहीं मिली। हर जगह से निराशा हाथ लगी, तो उसने फांसी लगाकर जान दे दी। अगले दिन जब इसकी खबर मां को लगी..तो बेचारी वो सदमे में ही मर गई।
मां से पैसों का इंतजाम करने की बोलकर गया था
26 वर्षीय अमनदीप के छोटे भाई बलजिंदर सिंह ने बताया कि उनका परिवार मेहनत-मजदूरी करके अपना घर चलाता है। उनकी मां परमजीत कौर लंबे समय से बीमार थी। उसे पटियाला के राजिंदरा हॉस्पिटल में भर्ती करा गया था। लेकिन उसके इलाज के लिए काफी पैसा चाहिए था। दोनों भाई मां के इलाज के लिए पैसों का इंतजाम करने में लगे थे, लेकिन हर जगह से निराशा हाथ लगी।
शुक्रवार शाम को अमनदीप बरनाला घर आया। उसने बताया कि मां के इलाज के लिए काफी पैसा चाहिए। वो बहुत परेशान था। देर शाम वो बिना किसी का बताए घर से निकल गया। फिर रातभर नहीं लौटा। शनिवार सुबह किसी ने खबर दी कि अमनदीप ने पेड़ पर फंदा लगाकर अपनी जान दे दी है। करीब आधे घंटे बाद जब मां को बेटे की मौत की खबर पता चली, तो वे यह सदमा नहीं सह सकीं और दम तोड़ दिया। मां-बेटे का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया।