सार
कोरोना पॉजिटिव के अंतिम संस्कार में घोर लापरवाही का यह मामला अजमेर का है। यहां अधजली लाश करीब घंटेभर मशीन में पड़ी रही। फिर उसे निकालकर दुबारा चिता सजाई गई। इसके बाद पेट्रोल जैसे ज्वलनशील पदार्थ से उसे फूंक दिया गया। इस दौरान परिजनों की जिंदगी भी खतरे में डाल दी गई। यह चौंकाने वाली घटना यहां के ऋषिघाटी मोक्षधाम स्थित गैस शवदाह गृह में देखने को मिली
अजमेर, राजस्थान. कोरोना पॉजिटिव के अंतिम संस्कार में घोर लापरवाही का यह मामला अजमेर का है। यहां अधजली लाश करीब घंटेभर मशीन में पड़ी रही। फिर उसे निकालकर दुबारा चिता सजाई गई। इसके बाद पेट्रोल जैसे ज्वलनशील पदार्थ से उसे फूंक दिया गया। इस दौरान परिजनों की जिंदगी भी खतरे में डाल दी गई। यह चौंकाने वाली घटना यहां के ऋषिघाटी मोक्षधाम स्थित गैस शवदाह गृह में देखने को मिली। दरअसल, शवदाह गृह की मशीन अचानक खराब होने से ऐसी स्थिति बनी।
अधजली लाश को बाहर निकालना पड़ा
घटना सोमवार की है। मशीन में लाश जलना शुरू ही हुई थी कि करीब 10.30 बजे वो खराब हो गई। इसके बाद वहां के कर्मचारियों ने असमर्थता जाहिर कर दी। परिजनों को कुछ समझ नहीं आया कि वे क्या करें। करीब घंटे भर तक लाश मशीन में पड़ी रही। इसके बाद उसे निकाला गया और फिर चिता सजाकर जलाया गया। इस दौरान वहां कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं था। जबकि वहां नगर निगम से लेकर कई लोगों की ड्यूटी लगती है। यही नहीं, शव के अंतिम संस्कार के वक्त परिजनों को पीपीई किट भी नहीं पहनाए गए। वहीं, कर्मचारियों ने भी इस तरफ से घोर लापरवाही बरती। बताते हैं कि पहले भी मशीन खराब होती रही है, लेकिन उसे दुरुस्त नहीं कराया गया।