सार

राजस्थान के अजमेर जिलें से सनसनीखेज वारदात की खबर सामने आई है। जहां एक चैंबर से एक साथ 4 लाशें मिलने के बाद इलाके में दहशत फैल गई। घटना की गंभीरता देख एसपी खुद मौके पर आए। गांव में एक साथ चार जवान लोगों की जान जाने से मातम पसरा हुआ है। 

अजमेर.राजस्थान के अजमेर जिले से बेहद हैरान करने वाली खबर सामने आई है। अजमेर जिले में एक होद से चार लाशें निकाली गई है। मरने वालों में दो दो सगे भाई हैं। एक साथ होद में से चार लाशें निकली तो पूरे गांव में खबर फैल गई। मौके पर भीड़ लग गई। पुलिस को सूचना दी गई तो पुलिस अधीक्षक भी मौके पर आ पहुंचे। अजमेर के नजदीक नसीराबाद इलाके में स्थित लवेरा गांव का यह मामला है। इस घटना के बाद से बवाल मचा हुआ है। सरकार से इस मामले में मुआवजा मांगा जा रहा है। 

एक को बचाने के चक्कर में 4 लोगों की गई जान
नसीराबाद पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार लवेरा गांव में रहने वाले सत्यनारायण का बेटा दस साल का सुरेन्द्र रविवार की  शाम खेत में बने पानी के हौद के पास गया था। हौद पूरी तरह से पैक था। उसमें सिर्फ दो बाई दो फीट का एक ढक्कन लगा था। इस चैंबर में उतरकर नीचे गिरी हुई बाल्टी बाहर निकालनी थी। सुरेन्द्र बाल्टी उतारने के लिए नीचे उतारा तो काफी देर तक बाहर नहीं निकल सका। खेत में उसके चाचा शैतान और शिवराज काम कर रहे थे। उनको जब पता चला कि भतीजा सुरेन्द्र बाहर नहीं निकला तो उसे बाहर निकालने के लिए शैतान नीचे उतरा। वह भी वहीं फंस गया तो उसका भाई शिवराज नीचे उतरा। दोनो ने लगभग अचेत हालात मे सुरेन्द्र को तो बाहर निकाल दिया लेकिन उसके बाद खुद बाहर नहीं निकल सके। उनको बचाने के लिए खेत में काम कर रहे श्रवण कुमार ने अपने दो बेटे देवकरण और महेन्द्र को बुलाया। दोनो नीचे उतरे लेकिन वे दोनो भी बाहर नहीं निकल सके।

परिवार ने की सरकार से की मुआवजे की मांग
देवकरण और महेंद्र के हौद से बाहर नही के कारण मौके पर हंगामा हो गया। सैकड़ों लोग जमा हो गए। लेकिन कोई भी होद में उतरने की हिम्मत नहीं कर सका। बाद में चारों को जैसे तैसे सभी ने मिलकर बाहर निकाला। उसके बाद चारों को अचेत हालात में अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन उनको चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद से पूरे गांव में बवाल मचा हुआ है। एक साथ चार जवान मौतें होने से गांव में चूल्हा तक नहीं जला है। उधर परिवार ने सरकार से मुआवजे की मांग की है।

यह भी पढ़े- राजस्थान में 25 हजार पेंशनर्स की बढ़ी मुश्किलें, राज्य सरकार ने आरजीएसएच सुविधा बंद की