सार

राजस्थान के अलवर शहर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां अस्पताल में गर्भवती पत्नी को लेकर पहुंचा शख्स, बार-बार बुलाने पर भी नहीं आया डॉक्टर और स्टॉफ तो खुद ने ही करा दी डिलीवरी। इसके बाद भी बेशर्म हॉस्पिटल स्टॉफ बेटा पैदा होने के शगुन के पैसे मांगने आ गया।

अलवर (Alwar). बॉलीवुड की ब्लॉकबस्टर मूवी 3 इडियट्स शायद ही कोई व्यक्ति होगा जिसने नहीं देखी होगी। मूवी में भारी बारिश के कारण जब गर्भवती एक्ट्रेस अस्पताल नहीं जा पाती तो घर में ही वीडियो देखकर उसकी डिलीवरी कराई जाती है। यह सब तो फिल्मी था लेकिन राजस्थान के अलवर शहर में जो हुआ वह इस पिक्चर से कई गुना आगे हैं (rajasthan news)। दरअसल यहां रहने वाला एक शख्स अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर सरकारी अस्पताल में गया और डॉक्टरों के नहीं आने पर पत्नी की डिलीवरी करवाई। सुनने में यह भले ही अजीब लगे लेकिन यह असल में हुआ है और बड़ी बात यह है कि पत्नी और नवजात बच्चा दोनों की तबीयत सही है । 

यह है पूरा फिल्मी मामला
गांव के रिंकू अपनी गर्भवती पत्नी रजनी को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचे थे। गुरुवार शाम रजनी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने देखरेख करने के बाद कहा कि बच्चा होने में अभी काफी समय है। इसके बाद डॉक्टर वहां से जाने लगे और पति से बोले अगर किसी भी तरह की जरूरत हो तो पास वाले स्टाफ क्वार्टर को खटखटा लेना वहां से डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ सब आ जाएंगे (rajasthan updates)। रिंकू अपनी पत्नी के पास ही बैठा था। रात 2:00 बजे अचानक पत्नी को तेज प्रसव पीड़ा हुई। पति पत्नी को इस हालत में देखकर घबरा गया, उसने तुरंत चिकित्सकों को बुलाने की कोशिश की लेकिन काफी देर तक दरवाजा पीटने के बाद भी किसी भी स्टाफ या डॉक्टर ने दरवाजा नहीं खोला ।

नहीं देखी गई पत्नी की पीड़ा, खुद कराई डिलेवरी, सुबह मचा हंगामा
पत्नी को दर्द में कराहते देख रात करीब 2:30 रिंकू ने जैसे-तैसे अपनी पत्नी का प्रसव खुद कराया उसके बाद गर्भनाल काटकर बच्चे को मां के पास लिटाया।  सवेरे जब अस्पताल का स्टाफ और डॉक्टर निकल कर आए तो हंगामा मच गया। तहसीलदार और गांव के अन्य पदाधिकारियों को इसकी सूचना दी गई।  इस पूरे घटनाक्रम के बाद शुक्रवार दोपहर तहसीलदार विनोद कुमार मीणा अस्पताल पहुंचे और उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को लापरवाही बरतने वाले स्टाफ और डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

हॉस्पिटल स्टॉफ जबरदस्ती ले गया शगुन के पैसे
यह पूरा मामला यहीं खत्म नहीं हुआ रिंकू ने खुद अपनी पत्नी का प्रसव कराया। महिला ने लड़का जन्मा। सवेरे जब इसकी सूचना अस्पताल के चतुर्थ श्रेणी स्टाफ को लगी तो वे लोग मिठाई के नाम पर 500 रुपए लेने आ गए। रिंकू ने रुपए देने से मना किया तो वह लोग जबरदस्ती करने लगे और 500 रुपए लेकर ही वहां से रवाना हुए। 

स्टॉफ के खिलाफ लेंगे एक्शन
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रभारी मंतूराम चौधरी ने कहा कि जिस स्टाफ ने लापरवाही बरती है उसे स्टाफ को सख्त कार्रवाई के लिए लिखा जा रहा है। वही ब्लॉक एवं जिले के चिकित्सा अधिकारियों का कहना है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जिस स्तर में लापरवाही बरती है उसके खिलाफ गंभीर एक्शन लिया जा रहा है। बता दे कि सरकारी अस्पतालों में इस तरीके के हाल राजस्थान के कई गांव में हैं। जबकि सरकार हर साल करोड़ों रुपए अस्पताल मैनेजमेंट को सुधारने में खर्च करती है, लेकिन निचले स्तर पर लगातार लापरवाही बढ़ती जाती है।