सार

राजस्थान के भीलवाड़ा स्थित रामदेवरा से दर्शन कर रहे  श्रद्धालुओं से भरी पिकअप को टैंकर ने जोरदार टक्कर मार दी। हादसा इतना भयानक था कि इससे दो लोगों की मौत हुई,वहीं 4 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए है। एक्सीडेंट सोमवार 30 अगस्त  की देर रात हुआ।

भीलवाड़ा. राजस्थान में रामदेवरा के दर्शन करने के लिए आने जाने वाले श्रद्धालुओं की मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में पाली में हुए एक्सीडेंट के बाद अब ऐसा ही एक मामला राजस्थान के भीलवाड़ा जिले से आया है। यहां रामदेवरा के दर्शन कर लौट रही एक पिकअप गाड़ी को तेज रफ्तार टैंकर ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि 2 श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि इस हादसे में 4 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। देर रात हुए इस हादसे की सूचना मिलते ही कलेक्टर एसपी समेत पूरा प्रशासनिक और पुलिस अमला मौके पर पहुंचा। फिलहाल हादसे में दोनों मृतकों के शवों को हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया गया है। जहां आज यानि मंगलवार 30 अगस्त के दिन उनका पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। 

चाय पी ही रहे थे कि पीछे से आ गई मौत
पुलिस के मुताबिक बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ गांव के रहने वाले लोहार जाति के लोग पिकअप से रामदेवरा दर्शन करने के लिए गए हुए थे। देर रात वह वापस लौट रहे थे। इसी दौरान भीलवाड़ा से रायला इलाके में सड़क किनारे एक होटल पर वह सब चाय पी रहे थे। कुछ लोग पिकअप के पास खड़े थे। इसी दौरान पीछे से आई एक तेज रफ्तार टैंकर ने गाड़ी को टक्कर मार दी, ऐसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि अन्य 9 लोग गंभीर घायल हो गए। जिन्हें आसपास के लोगों और पुलिस ने हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने 14 साल के लड़के सुनील और सोना नाम की महिलाओं को मृत घोषित कर दिया। हादसे में चार लोग पूरी तरह से घायल हो चुके हैं। जिनको फिलहाल आईसीयू में भर्ती किया गया है। जबकि अन्य घायलों को देर रात ही प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।

राजस्थान में यह पहला मामला नहीं है जब रामदेवरा जाने वाले श्रद्धालुओं की सड़क हादसे में मौत हुई हो। इससे पहले भी नागौर और पाली में सड़क हादसों में करीब 7 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। हालांकि सीएम अशोक गहलोत ने हर जिला स्तर अधिकारियों को रामदेवरा जाने वाले पद यात्रियों के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाने की बात कही थी। लेकिन यह सभी हादसे गाड़ियों के हो रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री के ग्रीन कॉरिडोर के दावे भी फेल होते दिखाई दे रहे हैं।

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