सार
अशोक गहलोत के कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी के खिलाफ राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने रेखा शर्मा ने राजस्थान पुलिस को एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट पर पिछले दिनों दौसा में हुए गैंग रेप और मर्डर प्रकरण की पीड़िता की पहचान उजागर करते हुए उसके परिवार के सदस्यों की तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी थी।
जयपुर. लगता है मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का समय कुछ सही नहीं चल रहा है। किसी ना किसी कारण से लगभग हर दिन वे या उनके सिपहसालार मीडिया की सुर्खियां बन रहे हैं। जोधपुर का बवाल देर रात ऐसा गले पड़ा कि सरकार चारों खाने चित हो गई । इस बीच अब एक नया बवाल सरकार की गले आ फंसा है। बवाल कोई छोटा मोटा नहीं है एक विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का है । इस f.i.r. की सिफारिश राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने खुद की है उन्होंने डीजीपी एम एल लाकर को पत्र लिखा है और उसमें चाकसू विधायक वेद प्रकाश सोलंकी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए कहा है।
आखिर महिला आयोग की अध्यक्ष ने क्यों कहा है मुकदमा दर्ज करने के लिए
दरअसल, विधायक पर आरोप है कि सोलंकी ने सोमवार शाम को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पिछले दिनों दौसा में हुए गैंग रेप और मर्डर प्रकरण की पीड़िता की पहचान उजागर करते हुए उसके परिवार के सदस्यों की तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी थी। इस तस्वीर के बाद दर्जनों कमेंट आए और उनमें विधायक के ऊपर लापरवाही का आरोप लगाया गया। बड़ी बात यह है कि पीड़ित परिवार के सभी सदस्य मुख्यमंत्री के साथ नजर आ रहे हैं । पोस्ट हाथों-हाथ वायरल हुई और इतनी वायरल हुई कि इसके बारे में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष तक बात जा पहुंची।
महिला आयोग ने विधायक के खिलाफ डीजीपी को लिखा पत्र
इस पोस्ट को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने चाकसू विधायक वेद प्रकाश सोलंकी पर आईपीसी की धारा 228 ए का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए डीजीपी को एक पत्र लिखा है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का भी हवाला दिया है।पत्र में लिखा गया है कि विधायक ने पीड़िता की पहचान उजागर कर दी जिससे उसके और उसके परिवार के सामने परेशानी खड़ी हो रही है । सोलंकी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और प्रकरण को लेकर जो भी कार्रवाई की गई है उसका 3 दिन के अंदर राष्ट्रीय महिला आयोग को लिखित में भेजें। अध्यक्ष रेखा शर्मा ने आज सवेरे ही डीजीपी को पत्र लिखा है। अब देखना यह होगा कि डीजीपी सरकार के विधायक के खिलाफ क्या कार्रवाई करते हैं...।