सार
राजस्थान में साल के अंत में एंटी करप्शन ब्यूरों की छापेमारी जारी है। इसमें आय से अधिक संपत्ति मामले में टीम ने दो ऐसे लोगों पर कार्रवाही की है। जिनकी महीने की पगार से 1300% से ज्यादा की कमाई निकली। एसीबी अब इनके बैंक लॉकर को ओपन करने वाली है।
जयपुर (jaipur). जयपुर में दीपक गुप्ता नाम के एक सरकारी कर्मचारी ने तूफान मचा रखा है। उसके पास से इतनी दौलत मिली है कि उसे गिनने और कैलकुलेशन के लिए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की 7 टीमें अलग-अलग काम कर रही है। 1 दिन में 27 करोड़ रुपए ही कैलकुलेट किए जा सके हैं। जबकि अब उसके बैंक लॉकर खोले जाने हैं। करीब 5 बैंकों में अलग-अलग लॉकर बताए गए हैं। इन लॉकर में करोड़ों रुपयों का सोना चांदी मिलने की संभावना बताई जा रही है।
ईमानदार पिता की नौकरी पर खड़ा किया काली कमाई का अंबार
यह कर्मचारी है दीपक गुप्ता... जो लेखा अधिकारी हैं और जयपुर डिस्कॉम के जयपुर जिला सर्किल में लगे हुए हैं। दीपक गुप्ता के पिता 1995 में मृत हो गए थे। उसके बाद दीपक को अनुकंपा पर नौकरी मिली थी। 2005 में दीपक ने जूनियर अकाउंटेंट का एग्जाम दिया था इस एग्जाम को पास करने के बाद दीपक को करीब 8 हजार रुपए मासिक वेतन मिलना शुरू हुआ था। लेकिन धीरे-धीरे तरक्की हुई और तनख्वाह 70 हजार रुपए हुई।
शौक ऐसे की कोई सपने में ही सोच सके
यहां तक तो सब सही था ,लेकिन दीपक को करोड़पति बनना था। कुछ साल में ही दीपक ने कमीशन बाजी का ऐसा खेल शुरू किया कि अब उसके पास जयपुर और आसपास के क्षेत्र में 50 करोड़ रुपए तक की प्रॉपर्टी मिलने की बात कही जा रही है। दीपक के पास विदेशी डॉग हैं। विदेशी पैरेट है। सोने चांदी के बर्तन हैं। खुद का प्राइवेट सिनेमा हॉल है। चांदी सोने के ढेर हैं। जयपुर में 6 घर हैं। जयपुर में खुद की होटल है।
दो महीने पहले मिली थी शिकायत, आरोपी ने ऑफिस आना छोड़ा
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के डीजी बीएल सोनी ने कहा कि दीपक के खिलाफ 2 महीने पहले ही शिकायत मिली थी । उसके बारे में इंटेलिजेंस को सूचना दी गई थी । इंटेलिजेंस के बाद यह जानकारी एसीबी को दी गई। एसीबी कार्रवाई करती इससे पहले ही दीपक गुप्ता ने काम छोड़ दिया और वह कई दिनों से घर बैठा था । वह ऑफिस नहीं आ रहा था।
मामूली कमाई से 4 मंजिला घर बनाया, कई लक्जरी आइटम लगवाए
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के डीजी बीएल सोनी ने बताया कि जब 4 साल पहले दीपक ने जयपुर के लहंगे इलाके वैशाली नगर में 4 मंजिल का मकान बनाया तो लोग हैरान रह गए कि एक सरकारी कार्मिक इतने पैसे कहां से लगा रहा है। उसके एक मकान में ही 15 महंगे एसी लगे हुए हैं। उसके घर में जो डॉग थे उनके लिए एसी रूम अलग से था। हर कमरे का इंटीरियर लाखों रुपयों का है। सोने की घड़ियां है । अफ्रीकन तोते हैं और 6 कारें हैं । सोने चांदी के बर्तन विशेष मेहमानों के साथ खाना खाने के लिए हैं । आज उसके कई लॉकर खोले जा रहे हैं और यह सर्च कल भी जारी रहने वाली है।