सार

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में 3 हजार करोड़ से भी ज्यादा की लागत से 33 जिलों में सड़कें बनाने की घोषणा की है। इसके लिए गुरुवार 1 सितंबर के दिन शिलान्यास किया गया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जितनी अच्छी सड़के उतना ज्यादा इंवेस्टमेंट की संभावना।

जयपुर. सरकार के शासन के 1 साल से कम का समय होने के बाद अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार एक्टिव मूड में नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री प्रदेश भर में लगातार अलग-अलग जिलों का दौरा करने में लगे हुए हैं। इसी बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज यानि 1 सितंबर के दिन राजस्थान में एक ऐतिहासिक घोषणा की है। आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीएम आवास पर प्रदेश में 3063 किलोमीटर सड़कों के निर्माण के लिए 3 हजार 324 करोड रुपए देने की घोषणा की है। सीएम ने गुरुवार के दिन विभागों के अधिकारियों के साथ सड़कों का शिलान्यास भी किया।

सीएम ने अधिकारियों को इसके निरीक्षण के लिए भी कहा
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अधिकारियों को दो टूक भी कहा। सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि पीडब्ल्यूडी विभाग के इंजीनियरों और अन्य अधिकारियों को सड़कों की गुणवत्ता पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। साथ ही जिन सड़कों का निर्माण किसके द्वारा किया जा रहा है उनकी भी पूरी मॉनिटरिंग हो और साथ ही बार बार उन का निरीक्षण किया जाना चाहिए। सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि सड़क बनाने तक ही हमारा काम सीमित नहीं है उन सड़कों की मेंटेनेंस भी हमारी ही जिम्मेदारी होती है।

सड़क का नेटवर्क जितना अच्छा उतना ही इन्वेस्टमेंट की संभावना
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि जिस राज्य में ट्रांसपोर्टेशन के लिए सड़कों की व्यवस्था जितनी अच्छी होगी वहां अन्य राज्यों का उन वेस्ट भी उतना ही ज्यादा होगा। हालांकि राजस्थान में अब तक की सड़कों के क्षेत्र में काफी अच्छा काम हुआ है। ऐसे में हाल ही में हुए इन्वेस्ट समिट में राजस्थान में करीब 11 लाख  करोड रुपए का इन्वेस्टमेंट हुआ है।

सड़कों की मरम्मत के लिए चलेगा कैंपेन
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि इस बार राजस्थान में भयंकर बारिश हुई है। ऐसे में ज्यादातर सड़कों की हालत में पूरी तरह से खराब हो चुकी है ऐसे में अब विभाग को इन सड़कों की मरम्मत के लिए 5 सितंबर से 20 अक्टूबर तक एक विशेष अभियान चलाना चाहिए और इन सड़कों की मरम्मत करनी चाहिए। गौरतलब है कि इससे पहले जब मुख्यमंत्री ने जोधपुर का दौरा किया था उस दौरान पीडब्ल्यूडी विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई थी। जहां अधिकारियों ने अपनी गलती छुपाते हुए सीएम को 10 किलोमीटर सड़क पर ले जाने की बजाय हवाई यात्रा करवाई। 

पहले राजस्थान में खुलती नींद अब वही नींद गुजरात में खुल रही
सीएम ने अपने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज से करीब 20 साल पहले राजस्थान में सड़कों की हालत इतनी ज्यादा खराब थी कि जब गुजरात के लोग यहां आते थे तो उनकी नींद खुली  तो उन्हें पता चल जाता था कि वह राजस्थान में आ चुके हैं। वहीं अब गुजरात की यह हालत हो चुकी है जब लोग यहां से जाते हैं और उनकी बीच रास्ते सड़क खराब होने के कारण जब आंख खुल जाती है तो उन्हें पता चल जाता है कि वह गुजरात में आ चुके हैं। सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि जब देश के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के प्रदेश में ही यह हालात है तो देश की जनता और क्या उम्मीद करेगी।

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