सार
देश में केंद्र सरकार की आर्मी के लिए शुरू की गई अग्निपथ योजना का विरोध बढ़ता जा रहा है। पहले बिहार में इसका विरोध हुआ अब राजस्थान में ऐसी ही खबरें आ रही है। वहां सांसद के बाद अब मंत्री ने भी बड़ी बात कही है, कल आंदोलन की शुरुआत ज्ञापन देने से करेगी आरएलडी पार्टी
जयपुर (jaipur). देश में पहली बार केंद्र सरकार 4 साल के लिए सैनिकों को संविदा पर रखने की कार्य योजना तैयार कर चुकी है। इसे 'अग्निपथ' नाम दिया है, और इस योजना की शुरूआत जल्द ही की जानी है। लेकिन इससे पहले देश के कई राज्यों में युवाओं में इस योजना को लेकर गुस्सा है। यही गुस्सा विरोध प्रदर्शन का रूप लेता जा रहा है। बिहार में हालात खराब होते जा रहे हैं। वहां पर सड़कें और हाईवे जाम किए जा रहे हैं। बड़े स्तर पर युवा विरोध प्रदर्शन करने उतर चुके हैं। अब यही हाल राजस्थान का भी हो सकता है। राजस्थान में भी इसे लेकर एक सांसद और अब सरकार के एक मंत्री ने इस योजना पर पुनर्विचार करने के बात कही है।
सांसद बेनीवाल बोले यह तर्कसंगत नहीं 16 को ज्ञापन देंगे
आरएलपी पार्टी से विधायक और उसके बाद सांसद बने हनुमान बेनीवाल ने कहा कि भारतीय सेना में संविदा भर्ती का निर्णय सही नहीं है। इसका पुरजोर विरोध किया जाना चाहिए। इस निर्णय के विरोध में तथा पूर्व की भांति सेना भर्ती का आयोजन करने और 2 वर्ष की एज रिलेक्शेसन देने वाली सुविधा की मांग को लेकर 16 जून को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर ज्ञापन दिया जाएगा और उसके बाद आरएलपी पार्टी विरोध प्रदर्शन की तैयारी करेगी। अगर सरकार अपने फैसले पर पुनर्विचार नहीं करती है तो आंदोलन होगा।
मंत्री बोले सेना को लेकर केंद्र के निर्णय खतरनाक
प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में आज जन सुनवाई के दौरान मंत्री सुभाष गर्ग ने भी कहा कि सेना को लेकर केंद्र सरकार के निर्णय बड़े खतरनाक और चौंकाने वाले हैं। कारण साफ है कि मोदी सरकार नौकरियां नहीं दे पा रही। भर्ती के जो नए नियम हैं उन पर विचार किया जाना बहुत जरूरी है। सेना के एक्सपर्ट तक इस पक्ष में नहीं है। देश की सुरक्षा में से इस तरह खिलवाड़ नहीं किया जाना चाहिए।
आपको बता दे कि केंद्र सरकार की इस योजना के नाम पर सोशल मीडिया पर भी माहौल गर्म है। अधिकतर युवा खास तौर पर जो सालों से सेना भर्ती की तैयारी कर रहे हैं, उनका मनोबल टूटता जा रहा है, वे लोग भी सरकार से इस योजना पर पुनर्विचार की मांग कर रहे हैं।
सेना में भर्ती की नई योजना 'अग्निपथ' लॉन्च बदल गये हैं नियम*
1- 4 साल की रहेगी सेना में नौकरी (आर्मी, वायुसेना, नेवी) ट्रेनिंग समेत 4 साल
2- आयु साढे 17 वर्ष से 21 वर्ष (भर्ती होने के लिए) सेना भर्ती पुरानी प्रकिया से ही होगी-यानि पब्लिक भर्ती विज्ञापन, जो प्रक्रिया अब तक हो रही थी वहीं जारी रहेगी
3- वेतन-30 हजार प्रतिमाह -चौथे साल 40 हजार प्रतिमाह
4- भत्ते-जोखिम, राशन, वर्दी, ट्रेैवल(यात्रा छूट)
5- 30 फीसदी पीएफ कटेगा उतना ही सरकार देगी। 4 साल बाद 10.04 लाख ब्याज सहित मिलेंगे (टैक्स फ्री)।
6- किसी कारण वश मृत्यु होने पर 44 लाख अनुग्राह राशि। सेवा पर दिव्यांग होने पर- 100 % दिव्यांगता पर 44 लाख, 75 फीसदी डिसएबिलिटी होने पर-25 लाख, 50 फीसदी दिव्यांग होने पर 15 लाख राशि मिलेंगी
7- 4 साल बाद भर्ती हुये 100 फीसदी युवा रेगुलर सर्विस के लिए आवेदन कर सकेंगे उनमें से 25 फीसदी युवा पारदर्शी प्रकिया के तहत रेगुलर सर्विस पर रखे जाएंगे।
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