सार

राजस्थान में कुछ दिनों पहले सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक मामले में नया अपडेट सामने आया है। खबरे आ रही है कि 29 जनवरी को होने वाले पेपर की तारीख फिर आगे बढ़ सकती है। एग्जाम की डेट इस वजह के चलते आगे बढ़ाई जा रही है।

जयपुर (jaipur). बीते दिनों राजस्थान में हुई सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा का सामान्य ज्ञान का पेपर लीक होने के बाद नई तारीख 29 जनवरी को यह पेपर होना तय हुआ है लेकिन यह तारीख स्टूडेंट्स को परेशान करने वाली है क्योंकि इस तारीख को पेपर होने से हजारों स्टूडेंट्स को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि इस दौरान अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर सालाना उर्स चलता है। यह उर्स 2 साल बाद कोरोना के चलते बिना किसी पाबंदी के होने जा रहा है।

ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर होना है उर्स, पहुंचेगे लाखों जायरीन
उर्स के दौरान यहां लाखों की संख्या में लोग पहुंचेंगे। ऐसे में पुलिस और प्रशासन के पास यह चुनौती रहेगी कि उसकी व्यवस्था भी पूरी तरह से संभाली जाए और पेपर में भी किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हो। अंदाज़ के मुताबिक उर्स के दौरान हर दिन अजमेर में करीब 70 हजार से ज्यादा जायरीन दरगाह पर सजदा करने के लिए आते हैं। ऐसे में उसके दौरान करीब 10 से 15 दिनों तक हर ट्रेन और बस फुल रहती है।

परीक्षार्थी के लिए एग्जाम सेंटर पर पहुंचना होगी चुनौती
ऐसे में अभ्यर्थियों को भी सबसे बड़ी चुनौती यही होगी कि वह कैसे अपने परीक्षा सेंटर तक पहुंचे। इतना ही नहीं अजमेर के अलावा जयपुर नागौर में परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों को भी इससे काफी परेशानी होगी क्योंकि इन तीनों का सेम रूट है। तीनों जिलों में करीब 300 से ज्यादा सेंटर है। जिन पर 7000 से ज्यादा कैंडिडेट एग्जाम देंगे। 

अभी तक परीक्षा की डेट बदलने का कोई निर्णय नहीं आया 
हालांकि अभी तक परीक्षा की तिथि बदलने को लेकर कोई घोषणा नहीं हुई है। लेकिन माना जा रहा है कि अजमेर उर्स के चलते परीक्षा करवाने वाली एजेंसी और प्रशासन को यह फैसला लेना होगा क्योंकि अजमेर उर्स के दौरान अजमेर में एग्जाम करवाना एक बड़ी चुनौती रहेगी। वही अजमेर में उर्स को लेकर तैयारियां लगभग पूर्ण हो चुकी है।

चांद दिखने के साथ शुरू हो  जाएगा उर्स, आ सकते है पाकिस्तानी जायरीन
18 जनवरी को झंडे की रस्म अदा करने के बाद 22 या 23 जनवरी से चांद दिखने पर उस शुरू होगा जो करीब 1 फरवरी तक चलेगा अंदाज़ के मुताबिक इस दौरान अजमेर में करीब 70 लाख जायरीन पहुंचेंगे। वहीं गृह मंत्रालय से आदेश मिलने के बाद पाकिस्तान के जायरीन उर्स में शामिल होने के लिए पहुंच सकते हैं। इसके अलावा करीब 13 अन्य देशों से भी उर्स में जायरीन शिरकत करने के लिए पहुंचते हैं।

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