सार
जिले के 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है। इंटरनेट पर भी पाबंदी है। मंगलवार सुबह सात बजे तक कफ्यू की सीमा तय की गई है। उसके बाद प्रशासन का अगला कदम क्या होगा, इस पर सभी की निगाहें हैं। शहर के लोग घरों से अब बाहर आना चाहते हैं।
जोधपुर : राजस्थान (Rajasthan) के जोधपुर (Jodhpur) में हिंसा के बाद चल रहे कफ्यू के बीच सोमवार को सुबह सात से शाम सात बजे तक की ढील दी गई है। इससे शहर के हालात सामान्य नजर आए। स्कूलों में आज चहल कदमी वापस शुरू हो गई। सरदारपुरा, भीतरी शहर, घंटाघर, त्रिपोलिया सहित सभी बाजार भी खुल गए। हर कोई खरीदारी करने बाजार पहुंचा। सड़क पर आवाजाही चलती दिखाई दे रही है। शांति बनी रहे इसको लेकर जगह- जगह पर पुलिस के जवान तैनात हैं।
सुनारों के बास में ज्वेलर्स शॉप खुलीं
तीन मई को सांप्रदायिक तनाव का केंद्र बने सुनारों के बास में भी आज ज्वेलर्स ने दुकाने खोली। शादियों की सीजन होने से सभी लोग सात दिन से परेशान थे। व्यापारियों और आमजन का कहना है कि अब कफ्यू की सीमा लगातार घटनी चाहिए। रात के समय भी ढील होनी चाहिए। जिससे जिनके घर शादी विवाह है, वे अपना आयोजन कर सके। वापस किसी तरह की कोई लड़ाई नहीं होनी चाहिए। पिछले छह दिनों से बहुत परेशान रहे हैं। घरों से बाहर निकलना परेशानी रही। बहुत ज्यादा नुकसान उठाना पडा है। अब हालात सामान्य रहने चाहिए।
स्थिति पर पुलिस-प्रशासन की नजर
इधर, कर्फ्यू में ढील के बीच पुलिस-प्रशासन की नजर शहर की हर गली, चौराहे और नुक्कड़ पर है। आला अधिकारी हालात पर नजर बनाए हुए है। जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता और पुलिस कमिश्नर नवज्योति गोगई लगातार फीडबैक ले रहे हैं। मंगलवार को कितनी ढील रहेगी, इसको लेकर शाम को प्रशासन के अधिकारियों की बैठक के बाद निर्णय होगा।
कैसे भड़की थी हिंसा
गौरतलब है कि तीन मई को ईद की नमाज के बाद जालोरी गेट पर हुई घटना के बाद भीड ने भीतरी शहर में पथराव किया। तलवारें और लाठियां लेकर लोगों के साथ मारपीट की। तेजाब की बोतले फेंकी गई। इससे काफी दहशत फैल गया था। कुछ लोगा इस हिंसा की चपेट में आने से घायल हो गए थे। जिसके बाद दस थाना क्षेत्रों में कफ्यू लगाना पडा था।
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