सार

राजस्थान में कॉलेज ग्रेजुएशन एग्जाम में बैठे डमी स्टूडेंट, जिनके पकड़ में आने के बाद पुलिस भी बोली..यह तो हद हो गई। डिग्री एग्जाम में भी पकड़ाया नकल गिरोह।

जोधपुर.सरकारी नौकरी के आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में फर्जी परीक्षार्थी बैठने के मामले सामने आते रहते है। लेकिन जोधपुर में पहली बार विश्विद्यालय स्तर की परीक्षा में भी डमी कैंडिडेट बैठने का मामला सामने आया है। परीक्षा हाल में जांच में फर्जी परीक्षार्थी पाए जाने पर पुलिस को सूचित कर गिरफ्तार करवाया गया है। पुलिस को भी जब मामले की जानकारी हुई वह भी हैरान ही नजर आई और  उनके मुंह से जो शब्द निकले वो थे ये तो हद हो गई। इस मामले की जेएनवीयू की तरफ से रिपोर्ट भी दर्ज करवाई गई है, साथ ही पुलिस से जांच की मांग की गई है।

बीए की हो रही थी एग्जाम
जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के ओल्ड कैंपस में बुधवार को बीए प्रथम वर्ष की परीक्षा थी। जिसमे दो फर्जी अभ्यर्थी पकड़े गए। उदय मंदिर थानाधिकारी अमित सिहाग ने बताया कि जेएनवीयू ओल्ड कैम्पस के जसवंत हॉल में दोपहर तीन से शाम छह बजे तक बीए प्रथम वर्ष की परीक्षा थी। एग्जाम शुरू होने पर एग्जामिनर निखिल परिहार ने परीक्षार्थियों की आइडेंटिटी चेक करना शुरू की। इस दौरान अभ्यर्थी रावलसिंह की जगह अन्य युवक परीक्षा देते पाया गया। जिसने अपना नाम भवानी सिंह बताया। वहीं, जसवंत हॉल में ही श्रवणसिंह की जगह महेन्द्रसिंह परीक्षा देते पाया गया। वीक्षक ने इस बात की जानकारी तुरंत ही केन्द्राधीक्षक दी।

सेंटर एग्जामिनर ने रिपोर्ट दर्ज करवाई
 केन्द्रधीक्षक को जैसे ही दोनो डमी स्टडेंट के बारे में पता चला तो फिर उन्होने उन दोनों फर्जी अभ्यर्थियों को पुलिस को सौंप दिया। देर शाम केन्द्राधीक्षक कृष्ण अवतार गोयल ने दोनों के खिलाफ अलग-अलग एफआइआर दर्ज कराई। पुलिस ने शेरगढ़ तहसील में सेतरावा निवासी फर्जी अभ्यर्थी भवानी सिंह (18) पुत्र मोहनसिंह और बाड़मेर जिले के गिराब थानान्तर्गत असाड़ी गांव निवासी महेन्द्रसिंह (19) पुत्र रामसिंह को गिरफ्तार किया। मूल अभ्यर्थी रावलसिंह व श्रवणसिंह पकड़ में नहीं आ पाए हैं। 
 

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