सार

राजस्थान के कोटा जिले में एक शर्मनाक हमला करने वाला मामला सामने आया है। जहां घर में घुसे चोर ने नगदी के साथ मोबाइल व मासूम को अपने साथ उठा ले गया। जहां सूनसान इलाके में ले जाकर रेप की वारदात को अंजाम दिया। खून से लथपथ बेटी घर पहुंची तो उसकी हालत देख होश उड़ गए।

कोटा. राजस्थान के  कोटा जिले में बुधवार के दिन एक बार फिर शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। जहां 6 साल की मासूम दरिंदगी की वारदात हुई है। आरोपी उसे अपने घर से उठा कर ले गया और वारदात को अंजाम दिया। घटना के बाद परिवार वाले पीड़िता को लेकर हॉस्पिटल लेकर  भागे। वारदात कोटा जिले के रणपुर थाने के अंतर्गत हुआ है। 

घर से उठा ले गया आरोपी
पीड़ित बालिका  के माता पिता के पुलिस को शिकायत देते हुए बताया कि जब मासूम अपने घर में सो रही थी। तभी बुधवार की देर रात 3-4 बजे के बाद एक अनजान आरोपी घर में घुसा और मोबाइल फोन, नगदी और इसके साथ ही वहां सो रही बच्ची को उठाकर लेकर फरार हो गया। इसके बाद वह उसे एक सूनसान इलाके में लेजाकर रेप की वारदात को अंजाम दिया। हालाकि वहां किसी के आने की आवाज सुनकर आरोपी पीड़िता को बदहवास हालात में छोड़कर वहां से फरार हो गया। इसके बाद  बच्ची वहां से घर लौटी तो उसके माता पिता ने सोचा की वह फ्रेश होकर आई है लेकिन उसके पीले पड़े चेहरे को देखकर उन्हें कुछ शंका हुई। जब पास जाकर देखा तो वहां उसके लोअर पार्ट से ब्लीडिंग को देखकर उनके होश उड़ गए। परिजन उसको तुरंत लेकर हॉस्पिटल गए जहां जांच के बाद डॉक्टर ने रेप की वारदात होने का अंदेशा जताया। 

पुलिस ने किया आरोपी को अरेस्ट
आरोपी की इस घटना की जानकारी घरवालों ने पुलिस को दी। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मासूम का मेडिकल जांच कराई जिसमें पीड़िता के साथ बलात्कार की पुष्टि हुई, हालाकि जांच में सामने आया है कि पिनिट्रेशन नहीं हो पाया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के साथ पाक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया। इसके साथ ही आरोपी की तलाश शुरू कर दी।
 
मामले की जांच करते हुए रणपुर थाने के एसएचओ बलबीर सिंह ने बताया कि रेप कंफर्म होने के बाद पुलिस ने एक घंटे के भीतर कार्यवाही करते हुए आरोपी को अरेस्ट कर  लिया है। इस घटना में थाने के एसएचओ ने आरोपी के बारे में ज्यादा जानकारी देने से मना कर दिया है।

यह भी पढ़े- 8 साल की मासूम ने दर्द से कराहते बताई रोंगटे खड़े कर देने वाली कहानी, मां बोली- सत्संग जाना भारी पड़ गया