सार
सीकर के रींगस स्थित डॉक्टर के सूने मकानों को चोरों ने अपना निशाना बनाया केवल कीमती सामान लेकर भागे बाकी सामान को हाथ तक नहीं लगाया पुलिस नुकसान का हिसाब लगाने में लगी पर नुकसान कितना कोई नहीं बता सकता
सीकर. पंजाब हादसे का शिकार हुए रींगस के डॉक्टर परिवार के घर को चोरों ने अपना निशाना बनाया है ।जहां परिवार के सदस्यों की चिता की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई थी उससे पहले ही चोरों ने डॉक्टर के सूने घर को निशाना बना लिया। जिस डॉक्टर परिवार के लिए हर कोई संवेदना जता रहा है उसी के घर चोरी कर चोरों ने संवेदनहीनता की सारी हदें पार कर दी। हादसे में डॉक्टर के पूरे परिवार की मृत्यु होने के बाद उनके अंतिम संस्कार की विधि उनके मूल गांव ठीकरिया में होने रही थी और डॉ. के रींगस स्थित घर पर ताला लगा लगा हुआ था। बंद घर का फायदा उठाते हुए चोरों ने घर के कमरों के ताले तोड़कर लाखों का सामान चुरा ले गए। सुबह जब मृत डॉ. के मामा ने घर की लाइट बंद करने मैन गेट का ताला खोल कर अंदर आए तो कमरें के ताले टूटे देख पुलिस को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना स्थल का जायजा लेकर जांच शुरू की।
कमरों में घुसकर तोड़े अलमारियों के ताले
चोरों ने मकान को देर रात निशाना बनाया। घर में घुसकर चोरों ने कमरों के ताले तोड़कर हर एक अलमारी की छान बीन की और उसमें रखा कीमती सामान ही चुराया। घर में रखे एलईडी, लैपटॉप सहित अन्य उपकरणों को हाथ तक नहीं लगाया। चोर घर का सारा सामान भी बिखेर गए। रींगस स्थित इस घर में हादसे का शिकार हुए डॉक्टर का परिवार ही रहता था। ऐसे में नुकसान का सही आंकलन बताने वाला भी परिवार में कोई नहीं बचा।
सीसीटीवी कैमरों की जांच की
घटना के बाद पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले। जिसमें पुलिस को कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। एक फुटेज में दो बाइक सवार रात करीब 12 बजे गली की तरफ जाते हुए जरूर दिख रहे हैं। जिनके चोर होने के कोई पुख्ता सबूत नहीं है।
बस की टक्कर से से हुई थी सात मौतें
गौरतलब है कि रींगस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर डा. सतीश पूनिया अपने व साले की परिवार सहित हिमाचल घूमने गए थे। रोहतांग से वापस लौटते समय आनंदपुर साहिब की ओर से आते हुए घनौली के पास अहमदपुर वाले पुल पर ओवर टेकर कर रही बस ने तेज गति में उनकी कार को टक्कर मार दी थी। जिससे उनकी कार अनियंत्रित होकर पुल की रैलिंग तोड़ते हुए भाखड़ा नहर में गिर गई थी। जिसमें डूबने से डा. सतीश पूनिया, पत्नी सरिता पूनिया, पुत्र दक्ष व बेटी गुडिया के अलावा मूंगावाली नांगल ढोढसर निवासी साले राजेश पुत्र घासीराम, उसकी पत्नी व भतीजी की मौत हो गई थी। जिनका अंतिम संस्कार मंगलवार शाम को किया गया था। डॉक्टर की बेटी गुडिय़ा व साले की बेटी काफी तलाश के बाद भी नहर में नहीं ढूंढे जा सके।