सार

राजस्थान में माहौल शांत होने का नाम नहीं ले रहा है कही कोई दंगा होता है तो कहीं कोई विवाद ईद से पहले भी इसी तरह क्या प्रयास हुआ जोधपुर जानिए क्या है मामला
 

जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री के लिए हालात सही नहीं है। लगभग हर महीने कोई न कोई बड़ा विवाद होता है जो सीधा दिल्ली तक जा पहुंचता है। बीती रात जोधपुर में जो बवाल हुआ वह अब पुलिस के काबू में है। लेकिन आज से ठीक एक महीने पहले करौली जिले में भी बड़ा बवाल हुआ था। नवरात्रि स्थापना और हिंदी नववर्ष की रैली पर छतों से उपद्रवियों ने पथराव कर माहौल खराब कर दिया था। उसके बाद जो बवाल हुआ वह अभी तक भी पूरी तरह से शांत नहीं हुआ है। अभी भी कुछ उपद्रवी फरार चल रहे हैं। 

जाने क्या था करौली का मामला 
करौली में बाइक रैली के दौरान दो अप्रेल को कुछ असामाजिक तत्वों  द्वारा पथराव किया गया था। पथराव में कई लोग घायल हुए थे। जांच में सामने आया की पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध थी। कई लोगों पर चाकू भी मारे गए थे। देखते ही देखते दंगा  ऐसा भड़का की आसपास के कई जिलों की पुलिस करौली में लगानी पड़ गई थी। सात से आठ दिन तक इंटरनेट बंद कर दिया गया था और फिर कर्फ्यू लगाया गया था । दो घंटे की ढील से शुरुआत की गई थी और फिर कई दिनों बाद पूरी तरह से बाजार खोले गए थे। पुलिस वाले भी दंगे में घायल हुए थे। इसके बाद कई लोग उस जगह को छोड़कर जाने लगे थे। इस घटना के बाद सीएम ने कई सख्त एक्शन लिए थे। करौली का ये मामला  दिल्ली तक पहुंचा था। 

करौली में पसरा सन्नाटा
करौली की जिन गलियों में दो तारीख को बवाल हुआ था इस घटना  के बाद आज सवेरे से वहां शांति और सन्नाटा पसरा है। शहर भर में कई जगहों पर नमाज अता की गई है।वहीं कई ऐसी भी तस्वीर सामने आई है जो भारत की अनेकता में एकता की मिशाल को सुदृढ़ कर रही है करौली में कई जगहों पर हिंदू और मुस्लिम एक साथ मिलकर त्यौहार मना रहे हैं। हालांकि सुरक्षा को ध्यान में प्रशासन ने  पूरे शहर में भारी पुलिस बल का बंदोबस्त किया है। धार्मिक स्थलों के बाहर भी पुलिस तैनात की गई  है। वहीं शांति बनाए रखने के लिए  धर्म गुरुओं की भी मदद ली जा रही है।

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