सार
जोधपुर में किसी भी माध्यम से फेक न्यूज फैलाने वालों के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश पहले दिए जा चुके है जिसमें मीडिया पोस्ट भी शामिल है। पुलिस ने मीडियाकर्मी के खिलाफ फेक पोस्ट करने के लिए एफआईआर दर्ज की गई है साथ ही उसको जल्द ही अरेस्ट करने की तैयारी की जा रही है हालांकि पोस्ट को डिलीट किया जा चुका है।
जोधपुर. जिले ईद के समय हुए बवाल से सबक लेते हुए पुलिस ने सोशल मीडिया पर इतनी पैनी नजर बना ली है कि लगभग हर पोस्ट को सर्च कर रही है। इस बीच पुलिस ने एक पत्रकार के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया है। आरोप है कि उसने करीब पांच साल पुरानी पोस्ट को वर्तमान में चल रहे बवाल के बीच पोस्ट किया है और इससे माहौल खराब हुआ है।इस केस की रिपोर्ट उदय मंदिर थाने में दर्ज की गई है।
फेक न्यूज और गलत पोस्ट करने पर अब तक चार एफआईआर
जोधपुर पुलिस कमिश्नर नवज्योति गोगोई ने बताया कि फेक न्यूज़ और सोशल मीडिया पर गलत पोस्ट करने को लेकर हम अब तक चार एफआईआर दर्ज कर चुके हैं। उन्होने लोगों को बहुत सोच समझकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट डालने के लिए कहा है । उदय मंदिर थाना पुलिस द्वारा दर्ज किए गए मामले के अनुसार एक न्यूज चैनल के सह एडीटर के हैंडल से साल 2016 में जोधपुर के घंटाघर में हुई घटना को वर्तमान में हुई हिंसा से जोड़कर बिना वजह के कमेंट किए गए थे। जिसका जोधपुर पुलिस ने खंडन भी किया है और साथ ही उप संपादक और उसके परसोनल के खिलाफ केस दर्ज किया है।
सीएम के ओएसडी ने दिए स्क्रीन शॉट
सब एडीटर ने जो ट्वीट किया था वो डिलीट हो चुका है। लेकिन आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विशेषाधिकारी लोकेश शर्मा है ने इस ट्वीट के स्क्रीन शॉट ट्वीट किए थे। जिसके बाद पुलिस की साइबर सेल ने इस मामले की पड़ताल कर मामला दर्ज किया है। साथ ही आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार करने की भी तैयारी की जा रही है।
क्या है मामला
दरअसल 2 व 3 मई को हुए ईद के समय हुए झंडा विवाद के बाद पुलिस प्रशासन ने कड़े डिसीजन लेते हुए कर्फ्यू लगा दिया और नेट बंदी कर दिया साथ ही सोशल मीडिया में भी कोई भी फेक न्यूज फैलाने वालों के खिलाफ भी एक्शन लेने की बात कही थी।