सार
भाई की मौत का ताना बहन से छेड़छाड़ करने को लेकर खुन्नस थी।जिसको लेकर भाई व जीजा के साथ मर्डर कर दिया था पुलिस केस होने के बाद से फरार था।
कोटा.बपावर कलां थाना पुलिस ने गणपत कालबेलिया हत्याकांड में फरार चल रहे तीसरे आरोपी शिवा कालबेलिया पुत्र नारायण (30) निवासी धुमेण थाना मोठपुर जिला बारा को बडोरा के बारापाटी के जंगल से गिरफ्तार कर लिया है। शिवा ने अपने भाई कमल और जीजा श्रीलाल के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था जिनको पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
ये था मामला
एसपी कावेंद्र सिंह सागर ने बताया कि मूलतः बारां हाल मोईकलां निवासी गणपत कालबेलिया 26 अप्रैल को अपने मौसेरे भाई कमल के साथ शराब पीने ठेके पर गया था, जो वापस नहीं लौटा। 28 अप्रैल को गणपत के पिता मंगल्या ने अपने बेटे की गुमशुदगी थाना बपावर कला थाने में दर्ज कराई। अगले दिन 29 अप्रैल को दुबारा रिपोर्ट देते हुए बताया की कमल ने आज उसे गणपत का मर्डर कर देने की बात बताई है।पुलिस ने जिसकी लाश एक खेत से बरामद की थी। रिपोर्ट पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर थानाधिकारी भँवर सिंह शक्तावत द्वारा 4 मई को आरोपी कमल एवं उसके जीजा श्रीलाल को गिरफ्तार कर लिया।
मर्डर में शामिल तीसरा आरोपी शिवा पुलिस की भनक पाकर फरार हो गया। खानाबदोश होने के कारण उसकी तलाश करना पुलिस के लिए चुनौती बन गया। शिवा की तलाश में पुलिस ने जगह-जगह छापे मारे और सोशल मीडिया का सहारा लिया। इसी दौरान गुरुवार को आरोपी के बडोरा के बारापाटी के जंगल में छुपे होने की जानकारी मिली। जिस पर टीम में 5-6 घंटे सघन तलाशी अभियान चला आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
इस कारण गई थी गणपत की जान
आरोपी कमल व शिवा के भाई श्योजी की लाश लठूरी गांव के तालाब में साल 2011 में मिली थी।जिस पर बपावर कलां ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच की गई थी। मृतक गणपत दोनों भाइयों को नशे में श्योजी के मर्डर का आरोपी बोलकर ताने मारता था। इसके अलावा कुछ समय पहले उसने कमल व शिवा की बहन के साथ छेड़छाड़ की थी। पंचायत से राजीनामा होने के बाद भी दोनों गणपत से रंजिश रखने लगे। घटना के दिन दोनों भाइयों व जीजा ने गणपत को दिनभर शराब पिलाई और रात को सुनसान जगह पर ले जाकर हत्या कर दी।